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नीतीश की दो टूक के बाद RJD के अस्तित्व पर खतरा! कौन होगा पार्टी का खेवनहार?

जहां एक ओर कांग्रेस ने राजद से अलग होने का संकेत दे दिया है. वहीं, हम और रालोसपा ने भी कह दिया कि अगले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता कौन होगा, इसपर फैसला होना बाकी है. इसके बाद पार्टी पर काले बादल मंडरा रहे हैं.

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Published : Jun 10, 2019, 8:31 PM IST

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पटना: राष्ट्रीय जनता दल का मतलब लालू यादव. लालू का मतलब ना सिर्फ बिहार बल्कि देश की सियासत में बड़ा दमखम रखने वाले क्षेत्रीय नेता. कभी किंग मेकर की भूमिका निभाने वाले लालू यादव आज जेल में हैं. लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की जो फजीहत हुई है उससे अब राजद के राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं.

2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अगर जदयू और राजद एक साथ नहीं आते तो राजद का भविष्य खतरे में था. कुछ ऐसे ही हालात एक बार फिर सामने हैं, जब नीतीश कुमार ने दो टूक कह दिया कि वह अब एनडीए गठबंधन में हैं. वो इस गठबंधन के साथ पूरी मजबूती से विधानसभा 2020 का चुनाव लड़ेंगे.

बयान देते एनडीए नेता

जदयू अपने स्टैंड पर
हाल ही में राबड़ी देवी ने कहा था कि अगर नीतीश कुमार महागठबंधन में आना चाहें, तो इस पर विचार हो सकता है. लेकिन नीतीश कुमार ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद राजद को दो टूक जवाब दिया. उसके बाद जदयू के महागठबंधन में जाने की संभावनाओं पर विराम लगता दिखाई दे रहा है. ऐसे में एक बार फिर ये चर्चा है कि लालू जेल में हैं और नीतीश कुमार इस बार राजद के खेवनहार नहीं बनने वाले.

महागठबंधन का असली नेता कौन
लोकसभा चुनाव में पार्टी बुरी तरह धराशाई हो गई है. जहां एक ओर कांग्रेस ने अलग होने का संकेत दे दिया. वहीं, दूसरी ओर हम और रालोसपा ने भी कह दिया कि अगले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता कौन होगा इसपर फैसला होना बाकी है. ऐसे में अब राजद को लेकर सवाल उठना लाजमी है कि आखिर कैसे पार्टी इतनी सारी मुसीबतों से उबर पाएगी? खासकर तब, जब तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हों. परिवार में तेजस्वी और तेजप्रताप का मनमुटाव जगजाहिर है. पार्टी के कई विधायक और वरिष्ठ नेता परिवारवाद को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं.

पटना: राष्ट्रीय जनता दल का मतलब लालू यादव. लालू का मतलब ना सिर्फ बिहार बल्कि देश की सियासत में बड़ा दमखम रखने वाले क्षेत्रीय नेता. कभी किंग मेकर की भूमिका निभाने वाले लालू यादव आज जेल में हैं. लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की जो फजीहत हुई है उससे अब राजद के राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं.

2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अगर जदयू और राजद एक साथ नहीं आते तो राजद का भविष्य खतरे में था. कुछ ऐसे ही हालात एक बार फिर सामने हैं, जब नीतीश कुमार ने दो टूक कह दिया कि वह अब एनडीए गठबंधन में हैं. वो इस गठबंधन के साथ पूरी मजबूती से विधानसभा 2020 का चुनाव लड़ेंगे.

बयान देते एनडीए नेता

जदयू अपने स्टैंड पर
हाल ही में राबड़ी देवी ने कहा था कि अगर नीतीश कुमार महागठबंधन में आना चाहें, तो इस पर विचार हो सकता है. लेकिन नीतीश कुमार ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद राजद को दो टूक जवाब दिया. उसके बाद जदयू के महागठबंधन में जाने की संभावनाओं पर विराम लगता दिखाई दे रहा है. ऐसे में एक बार फिर ये चर्चा है कि लालू जेल में हैं और नीतीश कुमार इस बार राजद के खेवनहार नहीं बनने वाले.

महागठबंधन का असली नेता कौन
लोकसभा चुनाव में पार्टी बुरी तरह धराशाई हो गई है. जहां एक ओर कांग्रेस ने अलग होने का संकेत दे दिया. वहीं, दूसरी ओर हम और रालोसपा ने भी कह दिया कि अगले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता कौन होगा इसपर फैसला होना बाकी है. ऐसे में अब राजद को लेकर सवाल उठना लाजमी है कि आखिर कैसे पार्टी इतनी सारी मुसीबतों से उबर पाएगी? खासकर तब, जब तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हों. परिवार में तेजस्वी और तेजप्रताप का मनमुटाव जगजाहिर है. पार्टी के कई विधायक और वरिष्ठ नेता परिवारवाद को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं.

Intro:राष्ट्रीय जनता दल का मतलब लालू यादव। लालू का मतलब ना सिर्फ बिहार बल्कि देश की सियासत में बड़ा दमखम रखने वाले क्षेत्रीय नेता। कभी किंग मेकर की भूमिका निभाने वाले लालू यादव आज जेल में हैं और लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी की जो हालत हुई है उससे अब राजद के राजनीतिक भविष्य पर भी सवाल उठ रहे हैं। पटना से पेश है खास रिपोर्ट।


Body:2015 में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान अगर जदयू और राजद एक साथ नहीं आते तो राजद का भविष्य खतरे में था। कुछ ऐसे ही हालत एक बार फिर हो गई है जब नीतीश कुमार ने दो टूक कह दिया कि वह अब एनडीए गठबंधन में हैं और पूरी मजबूती के साथ बीजेपी और जदयू बिहार विधानसभा का अगला चुनाव एक साथ लड़ेंगे।
दो-चार दिन पहले ही राबड़ी देवी ने कहा था कि अगर नीतीश कुमार महागठबंधन में आना चाहें तो इस पर विचार हो सकता है। लेकिन नीतीश कुमार ने पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद जिस तरह राजद को करारा जवाब दिया उससे फिलहाल तो जदयू के महागठबंधन में जाने की संभावनाओं पर विराम लगता दिखाई दे रहा है और ऐसे में एक बार फिर यह सवाल उठ रहे हैं कि लालू जेल में हैं और नीतीश कुमार इस बार राजद के खेवनहार नहीं बनने वाले, लोकसभा चुनाव में पार्टी बुरी तरह धराशाई हो गई, कांग्रेस ने अलग होने का संकेत दे दिया, हम और रालोसपा ने भी कह दिया कि अगले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन का नेता कौन होगा इस पर फैसला होना बाकी है तो अब राजद को लेकर यह सवाल उठना लाजमी है कि आखिर कैसे पार्टी इतनी सारी मुसीबतों से उबर पाएगी। खासकर तब, जब तेजस्वी यादव के नेतृत्व पर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। परिवार में तेजस्वी और तेजप्रताप का मनमुटाव सबके सामने है। पार्टी के कई विधायक और वरिष्ठ नेता परिवारवाद को लेकर सवाल खड़े कर चुके हैं।


Conclusion:

बाइट नीरज कुमार सूचना और जनसंपर्क मंत्री, बिहार
राधा मोहन शर्मा, बीजेपी नेता
पीटीसी
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