पटना: बिहार में मानसून की शुरुआत में वज्रपात ने कहर बरपाया है. प्रदेश में अब तक 105 लोगों की मौत वज्रपात की चपेट में आकर हो गई है. इस बाबत, जल संसाधन मंत्री संजय झा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि छिटपुट मामले सामने आते थे. लेकिन ये पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं.
जल संसाधन मंत्री ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार इस पूरे मामले की समीक्षा कर रहे हैं. बिहार सरकार इस बारे में सोच रही है कि कहीं से कोई ऐसी तकनीकी मिल जाए, जो 6 से 8 घंटे पहले ये बता दे कि किस जिले में वज्रपात होने वाला है. ऐप का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह काफी नहीं है. सरकार इसपर समीक्षा कर रही है.
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'इंद्र वज्र' ऐप से लोगों को दी जा रही है जानकारी
पूरे मामले पर आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय ने कहा कि ऐप के माध्यम से लगातार सरकार लोगों को जानकारी देने की कोशिश कर रही है. इंद्र वज्र ऐप से 35 से 40 मिनट पहले लोगों को सूचना दी जाती है. आपदा प्रबंधन मंत्री लक्ष्मेश्वर राय का कहना है कि मुख्यमंत्री खुद पूरे मामले को लेकर गंभीर हैं और मॉनिटरिंग भी कर रहे हैं.
वज्रपात से बड़ी संख्या में हुई मौत
बिहार में मानसून के समय हर साल वज्रपात से लोगों की मौत होती है, लेकिन इस साल मानसून के शुरुआत में ही वज्रपात से मौत का रिकॉर्ड बन रहा है. इस मानसून ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. सरकार लगातार विभिन्न माध्यमों से लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है.