ETV Bharat / state

BJP के सांसद ने की मांग- असम की तरह बिहार में भी लागू हो NRC

राज्यसभा सांसद ने कहा कि जो लोग एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. वो देश की संप्रभुता पर आंच लाना चाहते हैं.

राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद
author img

By

Published : Sep 2, 2019, 11:44 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि असम के लिए एनआरसी जीतना जरूरी है, बिहार के लिए भी उतना ही आवश्यक है. बिहार में जो सीमांचल का इलाका है. खासकर किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार वहां लगातार जनसंख्या वृद्धि हुई है. इसका कारण विदेशी घुसपैठिये हैं.

राकेश सिन्हा ने कहा कि बिहार के सीमांचल के किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार जैसे जिलों में सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन प्रभावित हो रहा है. सीमांचल के कई इलाकों में हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों पर घुसपैठियों के दबाव में प्रहार किया जा रहा है. सीमांचल में एनआरसी का होना बहुत जरूरी है.

राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद

'संप्रभुता पर आंच'
राज्यसभा सांसद ने कहा कि जो लोग एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. वो देश की संप्रभुता पर आंच लाना चाहते हैं. बता दें कि बिहार का जो सीमांचल इलाका है. वहां बांग्लादेश बॉर्डर है. ऐसा कहा जाता है कि किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया जैसे इलाके में बांग्लादेशी पश्चिम बंगाल और नेपाल के रास्ते होकर आते हैं. ये विदेशी देश के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध दस्तावेज बनाकर रहने लगते हैं.

  • 'कौन होगा बिहार में महागठबंधन से CM उम्मीदवार, सोनिया गांधी करेंगी फैसला' https://t.co/VRy98q7qxd

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) September 2, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

असम में एनआरसी की अंतिम लिस्ट जारी हो गई है, अंतिम सूची से 19 लाख से ज्यादा लोग विदेशी हैं. 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैध करार दिया गया है.

नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि असम के लिए एनआरसी जीतना जरूरी है, बिहार के लिए भी उतना ही आवश्यक है. बिहार में जो सीमांचल का इलाका है. खासकर किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार वहां लगातार जनसंख्या वृद्धि हुई है. इसका कारण विदेशी घुसपैठिये हैं.

राकेश सिन्हा ने कहा कि बिहार के सीमांचल के किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार जैसे जिलों में सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन प्रभावित हो रहा है. सीमांचल के कई इलाकों में हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों पर घुसपैठियों के दबाव में प्रहार किया जा रहा है. सीमांचल में एनआरसी का होना बहुत जरूरी है.

राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद

'संप्रभुता पर आंच'
राज्यसभा सांसद ने कहा कि जो लोग एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. वो देश की संप्रभुता पर आंच लाना चाहते हैं. बता दें कि बिहार का जो सीमांचल इलाका है. वहां बांग्लादेश बॉर्डर है. ऐसा कहा जाता है कि किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया जैसे इलाके में बांग्लादेशी पश्चिम बंगाल और नेपाल के रास्ते होकर आते हैं. ये विदेशी देश के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध दस्तावेज बनाकर रहने लगते हैं.

  • 'कौन होगा बिहार में महागठबंधन से CM उम्मीदवार, सोनिया गांधी करेंगी फैसला' https://t.co/VRy98q7qxd

    — ETV Bharat Bihar (@etvbharatbihar) September 2, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

असम में एनआरसी की अंतिम लिस्ट जारी हो गई है, अंतिम सूची से 19 लाख से ज्यादा लोग विदेशी हैं. 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैध करार दिया गया है.

Intro:असम की तरह बिहार में भी लागू हो एनआरसी, खासकर सीमांचल में ऐसा होना चाहिए- राकेश सिन्हा

नयी दिल्ली- भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि असम के लिए nrc जीतना जरूरी है, बिहार के लिए भी उतना ही आवश्यक है, बिहार में जो सीमांचल का इलाका है खासकर किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार वहां लगातार जनसंख्या वृद्धि हुई है और यह विदेशी घुसपैठियों के कारण हुई है


Body:उन्होंने कहा कि बिहार के सीमांचल के किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार जैसे जिलों में सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन प्रभावित हो रहा है, सीमांचल के कई इलाकों में हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों पर घुसपैठियों के दबाव में प्रहार किए जा रहे हैं, सीमांचल में एनआरसी का होंना बहुत जरूरी है

उन्होंने कहा कि जो लोग nrc का विरोध कर रहे हैं वह देश की संप्रभुता पर आंच लाना चाहते हैं


Conclusion:बता दें बिहार का जो सीमांचल इलाका है वहां से बांग्लादेश बगल में है. कहा जाता है कि किशनगंज, पूर्णिया, कटिहार, अररिया जैसे इलाके में बांग्लादेशी पश्चिम बंगाल और नेपाल के रास्ते होकर आते हैं और देश के विभिन्न क्षेत्रों में अवैध दस्तावेज बनाकर रहने लगते हैं

बता दें, असम में एनआरसी की अंतिम लिस्ट जारी हो गई है, अंतिम सूची से 19 लाख से ज्यादा लोग बाहर हैं, 3 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैध करार दिया गया है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.