नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेता बिहार में एनआरसी (नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन) लागू करने की मांग कर रहे हैं. वहीं, जनता दल यूनाइटेड ने बीजेपी की मांग को खारिज कर दिया है. जदयू के प्रधान महासचिव केसी त्यागी ने कहा है कि एनआरसी असम के लिए ही सही था. बिहार में इसकी जरूरत नहीं है और प्रदेश में ये लागू भी नहीं होगा.
केसी त्यागी ने कहा कि सियासत में हर व्यक्ति को अपने विचार का प्रसार प्रचार करने का अधिकार है, बिहार में एनआरसी पर चर्चा तक की भी जरूरत नहीं है. बता दें बीजेपी के कुछ नेताओं का कहना है कि बिहार के कई जिलों, जिसमें सीमांचल और कोसी का इलाका शामिल है. वहां अवैध बांग्लादेशी घुसपैठिए मौजूद हैं, जिन्हें बाहर करना चाहिए. इसके चलते बिहार में एनआरसी लागू होना जरूरी है.
बीजेपी सांसद ने की थी मांग
बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने कहा था कि बिहार का जो सीमांचल का इलाका है, वहां लगातार जनसंख्या वृद्धि हुई है और इसका कारण विदेशी घुसपैठिए हैं. सीमांचल में सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन प्रभावित हो रहा है. वहां हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों पर घुसपैठियों के दबाव में प्रहार किया जा रहा है. इसलिए बिहार में खासकर सीमांचल में एनआरसी लागू होना बहुत जरूरी है.
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सीमांचल से ऐसी कोई खबर नहीं- त्यागी
राकेश सिन्हा के बयान पर केसी त्यागी ने कहा कि बिहार के सीमांचल से कोई भी इस तरह की खबर नहीं आ रही है. बिहार में ऐसी सरकार है, जो सभी लोगों के हित का ख्याल रखती है. सीमांचल में कोई भी गड़बड़ी नहीं हो रही है.