नई दिल्ली: विपक्षी दलों का आरोप है कि लॉकडाउन फेल साबित हो रहा है. विपक्ष ने आगे कहा लॉकडाउन जल्दबाजी में लिया गया निर्णय है. राज्यों से सुझाव नहीं लिया गया और न ही सर्वदलीय बैठक की गई. इसपर जेडीयू के राष्ट्रीय प्रधान सचिव केसी त्यागी ने विपक्ष पर पलटवार किया है.
दरअसल, विपक्ष का आरोप है कि लॉकडाउन 4 भी खत्म होने वाला है, ऐसे में कोरोना के एक दिन में 6 से 7 हजार मामले सामने आ रहे हैं. देश में 1 लाख 80 हजार से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. उनमें से 4 हजार 500 से ज्यादा लोगों की मौतें हुई हैं. सरकार ने लॉकडाउन लगाने में जल्दबाजी की है. केंद्र सरकार को सर्वदलीय बैठक कर इसपर निर्णय लेना चाहिए था. विपक्ष के इस बयान पर केसी त्यागी ने कहा कि देश हित के लिए लॉकडाउन लागू किया गया था. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने सभी दलों के साथ बैठक कर ये फैसला लिया था.
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नहीं होनी चाहिए सियासत-त्यागी
केसी त्यागी ने कहा कि कोरोना और लॉकडाउन को लेकर पीएम मोदी निरंतर सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, विपक्षी दलों के नेताओं, पूर्व प्रधानमंत्रियों से चर्चा करते रहते हैं. कई संक्रमित लोक संक्रमण लेकर अपने राज्यों में जा रहे हैं जिसके कारण राज्यों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है. प्रवासी मजदूरों के वापसी के साथ संक्रमण की भी वापसी हो रही है. उन्होंने कहा कि कई समृद्ध देशों में कोरोना वायरस ने कोहराम मचा दिया. उस लिहाज, देश की हालत सही है. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट को विपक्ष के राजनीतिक दल एक अवसर के तौर पर देख रहे हैं और सियासत कर रहे हैं, यह बहुत ही गलत है.
'बिहार सरकार ने पहले ही कही थी ये बात'
केसी त्यागी ने कहा कि बिहार में जितने भी प्रवासी मजदूर वापस आ रहे हैं, सरकार उनके रहने की तमाम व्यवस्थाएं कर रही है. उनकी हर संभव मदद कर रही है, उनके पुनर्वास की बेहतर व्यवस्था कर रही है. बिहार सरकार और उनके मुखिया नीतीश कुमार ने 'जो जहां हैं, वहीं रहें' की बात कही थी. उस दौरान कई विरोधी पार्टियों ने सीएम नीतीश की अलोचना की थी. अब हालात ऐसे हैं कि प्रवासी संक्रमण लेकर आ रहे हैं.