पटना: प्रशांत किशोर के सीट शेयरिंग वाले बयान के बाद प्रदेश में सियासत तेज है. पहले सुशील मोदी ने ट्वीट के जरिए पीके पर हमला बोला. उन्होंने पीके को डाटा बेचने वाला बताया. उसके बाद पीके ने सुमो को परिस्थिति का डिप्टी सीएम बताया. इस पर जेडीयू और बीजेपी खेमे में बयानबाजी शुरू हो गई है. एक ओर जहां बीजेपी के नेता सुशील मोदी का समर्थन कर रहे हैं. वहीं, जेडीयू खेमे के नेता पीके का बचाव करते दिख रहे हैं.
बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा है कि प्रशांत किशोर नेता नहीं हो सकते हैं. वे एक व्यवसायी हैं. उन्होंने पीके को डाटा बेचने वाला कहा है. नवल किशोर यादव ने साफ कहा है कि नीतीश कुमार और अमित शाह के बीच जब बैठक होगी तब सीट शेयरिंग पर फैसला आएगा. अभी उन्हें बयानबाजी नहीं करनी चाहिए.
बचाव में उतरे जेडीयू के नेता
वहीं, पीके के बचाव में जेडीयू खेमे के मंत्री नजर आ रहे हैं. उद्योग मंत्री श्याम रजक ने कहा है कि प्रशांत किशोर जेडीयू के बड़े नेता हैं. अगर जेडीयू बिहार विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका में रहेगी तो बुराई क्या है. लेकिन, अभी टिकटों पर कोई फैसला नहीं हुआ है. पीके का बयान उनकी निजी राय है.
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2020 का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाना तय है। सीटों के तालमेल का निर्णय दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व समय पर करेगा। कोई समस्या नहीं है।
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 30, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
लेकिन जो लोग किसी विचारधारा के तहत नहीं, बल्कि चुनावी डाटा जुटाने और नारे....... pic.twitter.com/aCIUmFkFgL
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— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) December 30, 2019
लेकिन जो लोग किसी विचारधारा के तहत नहीं, बल्कि चुनावी डाटा जुटाने और नारे....... pic.twitter.com/aCIUmFkFgL2020 का विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जाना तय है। सीटों के तालमेल का निर्णय दोनों दलों का शीर्ष नेतृत्व समय पर करेगा। कोई समस्या नहीं है।
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लेकिन जो लोग किसी विचारधारा के तहत नहीं, बल्कि चुनावी डाटा जुटाने और नारे....... pic.twitter.com/aCIUmFkFgL
सुमो ने पीके पर साधा निशाना
सुशील मोदी ने ट्वीट में लिखा कि, 'कुछ लोग किसी विचारधारा के तहत नहीं, बल्कि चुनावी डेटा जुटाने और नारे गढ़ने वाली कंपनी चलाते हुए राजनीति में आ गए, वे गठबंधन धर्म के विरुद्ध बयानबाजी कर विपक्षी दलों को फायदा पहुंचाने में लगे हैं.'
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बिहार में @NitishKumar का नेतृत्व और JDU की सबसे बड़े दल की भूमिका बिहार की जनता ने तय किया है, किसी दूसरी पार्टी के नेता या शीर्ष नेतृत्व ने नहीं।
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 31, 2019 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश DY CM बनने वाले @SushilModi से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर व्याख्यान सुनना सुखद अनुभव है।
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— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 31, 2019
2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश DY CM बनने वाले @SushilModi से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर व्याख्यान सुनना सुखद अनुभव है।बिहार में @NitishKumar का नेतृत्व और JDU की सबसे बड़े दल की भूमिका बिहार की जनता ने तय किया है, किसी दूसरी पार्टी के नेता या शीर्ष नेतृत्व ने नहीं।
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2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश DY CM बनने वाले @SushilModi से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर व्याख्यान सुनना सुखद अनुभव है।
ये भी पढ़ें: सुमो पर pk का पलटवार- परिस्थितिवश डिप्टी CM बने, उनसे व्याख्यान सुनना सुखद
पीके ने किया पलटवार
सुमो पर जेडीयू उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने एक ट्वीट के जरिए हमला किया है. उन्होंने सुशील मोदी को परिस्थिति का डिप्टी सीएम कहा. पीके ने ट्वीट में लिखा है कि 2015 में हार के बाद भी परिस्थितिवश उप मुख्यमंत्री बनने वाले सुशील मोदी से राजनीतिक मर्यादा और विचारधारा पर व्याख्यान सुनना सुखद अनुभव है.