पटना: बिहार विधान परिषद में बजट सत्र के तीसरे दिन राज्यपाल के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई. इस पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के संशोधन पर सीएम नीतीश कुमार ने जवाब देते हुए सरकार की सभी योजनाओं का जिक्र किया. वहीं, नियोजित शिक्षकों की हड़ताल पर भी नीतीश ने प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षकों को हिदायत दी और कहा कि उनका काम बच्चों को पढ़ाना है न की परीक्षा के समय हड़ताल करना. उनकी सैलरी 28 हजार तक पहुंचाने वाले हम ही हैं.
17 फरवरी से ही बिहार के लाखों नियोजित शिक्षक हड़ताल पर हैं. शिक्षकों की हड़ताल को लेकर नीतीश कुमार ने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि 15 हजार से 28 हजार तक प्रतिमाह सैलेरी पहुंचाने वाले हम ही हैं. हमने हमेशा शिक्षकों का भला चाहा है और आगे भी करते रहेंगे. लेकिन शिक्षकों को भी अपना कर्तव्य नहीं भूलना चाहिए.
कांग्रेस ने जताई नाराजगी
नीतीश कुमार के बयान को लेकर कांग्रेस ने नाराजगी जताई है और कहा है कि हम नियोजित शिक्षकों के साथ हैं. सरकार को चाहिए कि उनसे तुरंत बात करे. कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को लेकर मुख्यमंत्री ने जिस तरह से सदन में बयान दिया है. वह कहीं से भी जायज नहीं है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को गलत तरीके से बर्खास्त किया जा रहा है. हम इसका विरोध करते हैं.
जल्द समाप्त होगी हड़ताल-बीजेपी
वहीं बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा कि हड़ताल कर रहे शिक्षक अपनी मांगे सरकार के सामने रख रहे हैं,. इसमें कुछ भी गलत नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कहा है कि उन्हें शिक्षकों के प्रति सहानुभूति है इसलिए मुझे उम्मीद है कि बहुत जल्द सरकार शिक्षकों के साथ बात करके हड़ताल समाप्त कराएगी.
नियोजित शिक्षकों को राष्ट्रीय जनता दल के समर्थन पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में कहा कि नियोजित शिक्षकों को लेकर राजद ने ही वर्ष 2008 में सवाल खड़े किए थे और अब वे नियोजित शिक्षकों के समर्थन का दिखावा कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने सदन में कई बार दोहराया कि नियोजित शिक्षकों को समय-समय पर हमने सैलरी बढ़ाई है और आगे भी बढ़ाते रहेंगे.
पढ़ें ये रिपोर्ट- सीएम नीतीश ने सभी योजनाओं की वर्तमान स्थिति के बारे में बताया