ETV Bharat / state

'बिहार में पूरे 5 साल नहीं चल सकेगी NDA सरकार, महागठबंधन के पक्ष में जनादेश' - congress mp akhilesh singh

एनडीए की बैठक के बाद सीएम पद के लिए नीतीश कुमार के नाम पर मोहर लग गई. नीतीश कुमार ने राज्यपाल को विधायकों का समर्थन पत्र सौंप सरकार बनाने का दावा किया. इसके बाद राज्यपाल ने उन्हें शपथ लेने के लिए नामित कर दिया. बिहार में बनने जा रही नई सरकार को लेकर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया दी है. पढ़ें पूरी खबर

अखिलेश सिंह
अखिलेश सिंह
author img

By

Published : Nov 15, 2020, 6:03 PM IST

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बिहार कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार में जो एनडीए की सरकार बनने जा रही है. यह पूरे 5 साल नहीं चलेगी. बीजेपी के दबाव में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन रहे हैं. बीजेपी किस तरह से दबाव बनाती है, यह नीतीश जी को अच्छे से पता है. नीतीश जी तो खुद कह रहे थे कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था. बीजेपी के आग्रह पर बन रहा हूं.

अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार में जनादेश महागठबंधन के पक्ष में था. नीतीश कुमार के पक्ष में नहीं था इसलिए नीतीश को तो मुख्यमंत्री ही नहीं बनना चाहिए था. जिस दिन वोटों की गिनती हो रही थी, उस दिन शाम में मुख्यमंत्री आवास से फोन कराकर महागठबंधन के कई प्रत्याशियों को हराया गया. जनता सब कुछ जानती है.

दिल्ली से शशांक की रिपोर्ट

मांझी और सहनी की महागठबंधन में नो एंट्री
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस समेत महागठबंधन जोड़-तोड़ की सियासत में विश्वास नहीं रखता है इसलिए एनडीए सरकार को गिराने की हम लोग कोई कोशिश नहीं करेंगे. जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी को हम लोग महागठबंधन में लाने का प्रयास नहीं करेंगे.

बता दें नीतीश कुमार सोमवार को सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है. 16 नवंबर को शाम 4.30 बजे राज्यभवन में नीतीश बिहार के 37वें सीएम के रूप में शपथ लेंगे. इससे पहले रविवार को हुई एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना गया है. बिहार में बीजेपी कोटे से डिप्टी सीएम कौन होगा, इसको लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है.

  • बिहार में एनडीए के पास 125 सीटें हैं.
  • हम प्रमुख एवं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के पास 4 विधायक हैं.
  • वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पास भी चार विधायक हैं.
  • एनडीए की सरकार इन्हीं पर निर्भर है.

नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बिहार कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार में जो एनडीए की सरकार बनने जा रही है. यह पूरे 5 साल नहीं चलेगी. बीजेपी के दबाव में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बन रहे हैं. बीजेपी किस तरह से दबाव बनाती है, यह नीतीश जी को अच्छे से पता है. नीतीश जी तो खुद कह रहे थे कि मैं मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहता था. बीजेपी के आग्रह पर बन रहा हूं.

अखिलेश सिंह ने कहा कि बिहार में जनादेश महागठबंधन के पक्ष में था. नीतीश कुमार के पक्ष में नहीं था इसलिए नीतीश को तो मुख्यमंत्री ही नहीं बनना चाहिए था. जिस दिन वोटों की गिनती हो रही थी, उस दिन शाम में मुख्यमंत्री आवास से फोन कराकर महागठबंधन के कई प्रत्याशियों को हराया गया. जनता सब कुछ जानती है.

दिल्ली से शशांक की रिपोर्ट

मांझी और सहनी की महागठबंधन में नो एंट्री
उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस समेत महागठबंधन जोड़-तोड़ की सियासत में विश्वास नहीं रखता है इसलिए एनडीए सरकार को गिराने की हम लोग कोई कोशिश नहीं करेंगे. जीतन राम मांझी और मुकेश सहनी को हम लोग महागठबंधन में लाने का प्रयास नहीं करेंगे.

बता दें नीतीश कुमार सोमवार को सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनने जा रही है. 16 नवंबर को शाम 4.30 बजे राज्यभवन में नीतीश बिहार के 37वें सीएम के रूप में शपथ लेंगे. इससे पहले रविवार को हुई एनडीए की बैठक में नीतीश कुमार को गठबंधन का नेता चुना गया है. बिहार में बीजेपी कोटे से डिप्टी सीएम कौन होगा, इसको लेकर अभी भी सस्पेंस बरकरार है.

  • बिहार में एनडीए के पास 125 सीटें हैं.
  • हम प्रमुख एवं पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के पास 4 विधायक हैं.
  • वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पास भी चार विधायक हैं.
  • एनडीए की सरकार इन्हीं पर निर्भर है.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.