पटना: राजधानी के छज्जूबाग स्थित श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र के सभागार में राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसका आयोजन राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद बिहार और श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र पटना ने संयुक्त रूप से किया. संगोष्ठी में बिहार के विभिन्न प्रमंडलों से आए स्कूली बच्चों ने भाग लिया. मंच पर पीरियोडिक टेबल के विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी दी गई. इस विज्ञान संगोष्ठी का विषय 'रासायनिक तत्वों की आवर्त सारणी का मानव कल्याण पर प्रभाव' था.
विज्ञान संगोष्ठी तीन चरणों में हुआ संपन्न
राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी तीन चरणों में संपन्न हुआ. इसमें शामिल छात्र-छात्राओं ने 15 मिनट की लिखित परीक्षा में भाग लिया. इसके बाद सभी से विषय से संबंधित 20 प्रश्न पूछे गए. दूसरे चरण में प्रतिभागियों ने अपने विषय पर एक-एक करके 6-6 मिनट का भाषण दिया. सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं ने पीरियोडिक टेबल के पहलुओं के बारे में जानकारियां दी. वहीं, तीसरे चरण में प्रतिभागियों के भाषण पर मंच पर बैठे शिक्षकों ने तीन-तीन प्रश्न पूछे.
मॉडर्न पीरियोडिक टेबल के निर्माता मेंडलीव का डेढ़ सौ साल हुआ पूरा
श्री कृष्ण विज्ञान केंद्र के शिक्षा पदाधिकारी विश्वनाथ गुप्ता ने बताया कि इस साल को इंटरनेशनल फोरम पर पीरियोडिक ईयर का नाम दिया गया है. हमारे मॉडर्न पीरियोडिक टेबल के निर्माता मेंडलीव का डेढ़ सौ साल पूरा हुआ है. इस मौके पर पीरियोडिक टेबल ऑफ केमिकल एलिमेंट्स एंड इट्स इंपैक्ट ऑन ह्यूमन वेलफेयर के विषय पर विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन किया गया. उन्होंने बताया कि इस संगोष्ठी का उद्देश्य है कि विद्यार्थियों में वैज्ञानिक खोज के संबंध में रचनात्मक एवं विश्लेषणात्मक प्रवृत्ति उत्पन्न हो और उभरते वैज्ञानिकों के विचारों का आदान प्रदान करने के लिए मंच मिले. उन्होंने कहा कि इस तरह के संगोष्ठी से युवा प्रतिभाओं में राष्ट्रीय एकता की भावना भी विकसित होती है.