पटनाः बिहार सृजन घोटाले की जांच सीबीआई लगातार 6 वर्षों से कर रही है, इसी कड़ी में सृजन घोटाला की मुख्य अभियुक्त रजनी प्रिया को कल साहिबाबाद राजेंद्र नगर के वेद एनक्लेव, उत्तर प्रदेश से सीबीआई के द्वारा गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें आज सिविल कोर्ट में पेश किया गया.
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वर्ष 2017 का है मामलाः बता दें कि वर्ष 2017 से भागलपुर का यह सृजन घोटाला पूरे देश में काफी चर्चित है. इसमें भूमि अर्जन का चेक जारी कर जिलाधिकारी तितरमारे ने जिसके बाद सरकारी खाते में पैसा नहीं होने की बात का चेक लौटा दिया गया. जब डीएम ने इसकी जांच कराई तो पता चला कि 2003 से ही कई विभागों के रूप में सृजन महिला विकास सहयोग समिति के 6 खातों में ट्रांसफर हो रहे हैं.
सीबीआई को सौंपी गई जांचः इसके बाद पूरे देश में इस घोटाला का चर्चा होने लगी. काफी जांच पड़ताल के बाद इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी गई. जिसकी मुख्य आरोपी रजनी प्रिया जो की रहनी मनोरमा देवी की बहू हैं. बता दे की मनोरम की मृत्यु हो चुकी है मनोरमा देवी सबौर भागलपुर के सृजन महिला विकास सहयोग समिति की सर्वे सर्वा थीं, जिनको केंद्र में रखकर यह बड़ा घोटाला हुआ था.
करीब 1000 करोड़ का है घोटाला: यह घोटाला करीब 1000 करोड़ का घोटाला है. कहा जा सकता है कि यह घोटाला चारा घोटाले से भी बड़ा घोटाला है, क्योंकि चारा घोटाला 950 करोड़ रुपये का था और यह एक हजार करोड़ का है. जिसकी जांच सीबीआई 25 अगस्त 2017 से कर रही है. आखिरकार अब इसकी मुख्य आरोपी रजनी प्रिया को गिरफ्तार कर लिया गया है, अब घोटाले के कई और राज खुलेंगे.
6 साल से फरार चल रही थीं रजनी: बता दें कि रजनी प्रिया पिछले 6 साल से फरार चल रही थीं, जिसके बाद सीबीआई ने उन्हें उत्तर प्रदेश के साहिबाबाद से गिरफ्तार कर लिया. जिन्हें देर रात पटना लाया गया और आज उन्हें सीबीआई के द्वारा पटना के सिविल कोर्ट में पेश किया गया है.