पटना: सृजन घोटाले के आरोपी इंडियन बैंक भागलपुर शाखा के तत्कालीन सहायक प्रबंधक सुब्रत दास ने सरेंडर किया है. मंगलवार को पटना स्थित सीबीआई के विशेष न्यायाधीश अजय कुमार श्रीवास्तव की अदालत में उन्होंने आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद न्यायिक हिरासत में उन्हें बेऊर जेल भेज दिया गया.
बता दें कि रिटायर्ड मैनेजर पर दो मामले दर्ज हैं. कोर्ट ने 30 जुलाई को सहायक प्रबंधक सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था. द भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड के इंडियन बैंक के खाते से 30 करोड़17 लाख 52 हजार 612 रुपए और बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते से 17 करोड़ 94 लाख 85 हजार 446 रुपए गायब मिले थे. जिसके बाद को-ऑपरेटिव बैंक के शाखा प्रभारी मिथिलेश कुमार ने प्राथमिकी दर्ज कराई थी.
खाते से गायब थे पैसे
एफआईआर के अनुसार, बैंक ऑफ बड़ौदा के स्वीप एकाउंट में 27 मार्च 2017 को क्लोजिंग बैलेंस 18 करोड़ 15 हजार 479 था. इंडियन बैंक में दिनांक 21 मार्च को स्वीप एकाउंट में क्लोजिंग बैलेंस 30 करोड़ 56 लाख 97 हजार 998 था. दोनों बैंकों के स्टेटमेंट में भी यही दर्ज था. रिकॉर्ड के मुताबिक 11 अगस्त तक दोनों खातों में 18 करोड़ 15 हजार 479 और 30 करोड़ 56 लाख 97 हजार 998 रुपए थे.
सुब्रत दास मामले के आरोपी
इंडियन बैंक के स्वीप एकाउंट में बैलेंस के अनुसार दी भागलपुर सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक ने 3 अगस्त को चेक के जरिए पांच करोड़ और बैंक ऑफ बड़ौदा ने चेक के जरिए पांच करोड़ रुपए बिहार स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक पटना के आईडीबीआई बैंक के खाते में आरटीजीएस करने के लिये भेजा था. लेकिन इंडियन बैंक के प्रबंधक ने बताया कि खाते में पर्याप्त राशि नहीं है. इस घोटाले में इंडियन बैंक के एबीएम सुब्रत दास का हाथ पाया गया.
स्वास्थ्य विभाग की अगली सुनवाई 27 अगस्त को
सृजन घोटाले में स्वास्थ्य विभाग से 40 लाख रुपए की अवैध निकासी की वसूली के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा पर चल रहे सर्टिफिकेट केस की सुनवाई अब 27 अगस्त को होगी. बता दें कि सुनवाई मंगलवार को होनी थी.