पटना: बिहार में खेल को बढ़ावा देने और बिहार के खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा देने के लिए पटना के बिहार म्यूजियम में दो दिवसीय स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव का आयोजन (Sports Conclave Organized At Bihar Museum) किया गया. इस दौरान लॉस एंजिलिस ओलंपिक 2028 (Los Angeles Olympics 2028) में भारतीय टीम में बिहार के खिलाड़ियों का अधिक से अधिक हिस्सेदारी हो इसको लेकर चर्चा की गई. इस कॉन्क्लेव में देश के कई दिग्गज शामिल हुए थे. उन्होंने खेल को बढ़ावा देने के लिए कई तरह की जानकारियां भी दी.
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बिहार में खिलाड़ियों को गुरुओं की आवश्यकता है. स्पोर्ट्स प्रोफेशनल और कोच की बिहार में कमी है. बिहार में टेलेंट की कोई कमी नहीं है. दो दिन के इस स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में देश भर से कोच और स्पोर्ट्स प्रोफेशनल शामिल हुए हैं. उन्होंने एक ड्राफ्ट तैयार कर दिया है जिसके आधार पर खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का काम किया जाएगा. रवींद्रन शंकरन, महानिदेशक, खेल विभाग
बिहार में खेल को बढ़ावा देने की पहल: बता दें कि बिहार में खेल के प्रति लोगों में काफी कम जागरुकता है. लगभग 30 साल से कोई भी बिहार का खिलाड़ी ओलंपिक में हिस्सा नहीं ले पाया है. जिसको लेकर बिहार के खेल विभाग के महानिदेशक रवींद्रन शंकरन ने बताया कि यहां प्रतिभाओं की कमी नहीं है, सिर्फ गुरुओं की कमी है. जिसे बहुत जल्द ही दूर कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि बिहार से भी काफी बच्चे ओलंपिक में भाग लेंगे और देश के लिए मेडल भी जीत कर लाएंगे. रवींद्रन शंकरन काफी तेज तरार आईपीएस रहे हैं साथ ही उन्होंने फिल्म में अभिनय भी किया है. बिहार कैडर के आईपीएस जिलों में आरक्षी अधीक्षक के पद पर तैनात रहते हुए कई सराहनीय कार्य भी किया है.
स्कूलों में खेल को लेकर जागरुकता अभियान: वहीं, खेल विभाग के महानिदेशक रवींद्रन शंकरन ने कहा कि बिहार में खिलाड़ियों के लिए गुरु की कमी है. खिलाड़ियों को ट्रेंड करने के लिए अच्छे कोच की कमी है. उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रतिभा को अच्छे रास्ते पर ले जाने की आवश्यकता है. इस कॉन्क्लेव में जितने भी कोच पहुंचे हैं. उन्होंने अपना-अपना प्लान दिया है. जिसमें बताया गया है कि बिहार के खिलाड़ियों को कैसे आगे बढ़ाया जाए. साथ ही उन्होंने बताया कि बच्चों को खेल प्रति जागरुक करने के लिए जल्द ही स्कूलों में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा.
बिहार के खिलाड़ियों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं: दरअसल, स्पोर्ट्स कॉन्क्लेव में पहुंचे खेल विशेषज्ञों और कोच ने बताया कि बिहार में प्रतिभा की कमी नहीं है. इसको लेकर खेल विशेषज्ञों ने लिखित भी दिया है कि कैसे खिलाड़ियों की प्रतिभा को आगे ले जाया जा सकता है. रवींद्रन शंकरन ने बताया कि सरकार का जो भी फंड खेल को लेकर है उसे अच्छी जगह पर लगाना होगा ताकि खेल के लिए जो भी पैसे सरकार की तरफ से मिला है उसे सही ढंग से खर्च किया जा सके. धीरे-धीरे अब स्कूलों में भी खेल के प्रति बच्चों को जागरूक करने का काम किया जाएगा.
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