पटना: ठंड बढ़ने के साथ ही पीएमसीएच में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है. इन मरीजों में अधिकांश 60 वर्ष की आयु के ऊपर के मरीज हैं. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि पीएमसीएच में अधिकांश मरीज लो बीपी से होने वाली बीमारी ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं. पीएमसीएच का इमरजेंसी वार्ड अभी-अभी टाटा वार्ड में शिफ्ट हुआ है. इमरजेंसी विभाग के एचओडी डॉ. अभिजीत की देखरेख में इमरजेंसी मरीजों के लिए काफी अच्छी व्यवस्था की गई है.
अटेंडेंट के लिए खास इंतजाम
पीएमसीएच में मरीज के साथ अटेंडेंट भी भारी संख्या में आते हैं. ठंड से अटेंडेंट बीमार ना हो जाए, इसके लिए पीएमसीएच प्रबंधन ने खास इंतजाम किए हैं. पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने बताया कि क्योंकि पीएमसीएच का काम सिर्फ मरीजों का उपचार करना है. लेकिन मरीजों के साथ अटेंडेंट भी भारी संख्या में आते हैं. इसके लिए उन्होंने लायंस क्लब और रोटरी क्लब जैसे सहायता समूह से मदद मांगी है.
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जगह-जगह अलाव की व्यवस्था
डॉ. विमल कारक ने बताया कि चैंबर्स ऑफ कॉमर्स और अन्य क्लब जो जरूरतमंद लोगों को मदद पहुंचाते हैं. उनसे उन्होंने पीएमसीएच में मरीजों के परिजन को कंबल आदि वितरण करने का अनुरोध किया है. उन्होंने बताया कि यह क्लब समय-समय पर अटेंडेंट के बीच पहुंचकर उन्हें कंबल बांट रहे हैं. साथ ही पीएमसीएच की ओर से अटेंडेंट के लिए भोजन की पहले से ही व्यवस्था है. जो सुचारू रूप से चल रही है. उन्होंने बताया कि पीएमसीएच में जगह-जगह अलाव की भी व्यवस्था की गई है. ताकि लोग आग के पास बैठकर ठंड से राहत ले सकें.