पटनाः बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा से अभद्र व्यवहार करने का मामला तूल पकड़ने लगा है. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एसके सिंघल आज विशेषाधिकार हनन समिति की बैठक (Speaker of Bihar Assembly held meeting with Chief Secretary and DGP) में पहुंचे थे. इस मौके पर सरस्वती पूजा के दौरान लखीसराय में डीएसपी और थाना प्रभारी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने के मामले पर बातचीत हुई. बैठक से पहले विजय सिन्हा ने नाराजगी जताते हुए जल्द मामला सुलझाने को लेकर चेतावनी भी दी थी.
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बीजेपी के विधायक संजय सरावगी ने विशेषाधिकार हनन की नोटिस भी इस घटना को लेकर विधानसभा के सचिव को दी थी. उसके बाद विधानसभा सचिव की तरफ से डीजीपी और मुख्य सचिव को तलब किया गया था. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष के साथ 21 फरवरी को ही बैठक होनी थी. लेकिन मुख्यमंत्री के जनता दरबार और फिर कैबिनेट की बैठक के कारण मुख्य सचिव और डीजीपी विधानसभा नहीं पहुंचे थे.
आज शुक्रवार को बैठक हुई है. मुख्य सचिव आमिर सुबहानी और डीजीपी एसके सिंघल बैठक में पहुंचे. बैठक के बाद दोनों अधिकारियों ने साफ कुछ भी नहीं कहा कि बैठक में क्या हुआ. मुख्य सचिव ने कहा, पूरी बातचीत हुई है. वहीं डीजीपी ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है.
बता दें कि सरस्वती पूजा के दौरान विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा अपने विधानसभा क्षेत्र लखीसराय में थे. आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने दोषी लोगों के बजाए निर्दोष को पकड़ लिया. इसकी जानकारी के बाद स्पीकर ने पुलिस अधिकारियों से इस संबंध में आपत्ति दर्ज की. इसके बाद लखीसराय डीएसपी और थानेदारों ने विधानसभा अध्यक्ष से अभद्रतापूर्ण व्यवहार किया था.
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