पटना: दानापुर सगुना मोड़ स्थित निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए तीन घंटे तक कड़ी धूप में एम्बुलेंस में ही ठहराना पड़ रहा है. लेकिन अस्पताल के कर्मचारी देखने तक नहीं आ रहे हैं. ये नजारा दानापुर खगौल रोड स्थित एक निजी अस्पताल का है.
सरकार की ओर से निजी अस्पतालों को कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए परमिशन मिला है. लेकिन अस्पताल संचालक कोरोना मरीजों के परिजनों को पहले तो एडमिट करने से इनकार करते हैं. घंटों परेशान करते हैं और आरोप है कि किसी तरह मरीज को भर्ती करने के बाद ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर मोटी रकम की वसूली करते हैं.
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वहीं, एम्बुलेंस चालक ने बताया कि बाईपास के एक निजी अस्पताल ने कोरोना मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा गया. इसके बाद सगुना मोड़ आए हैं और तीन घण्टे से खड़ा हैं. कब मरीज भर्ती होगा. इस बात का पता नहीं है. एम्बुलेंस में चार घण्टे का ही ऑक्सीजन है.