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पटनाः होली का त्योहार भोजपुरी गानों के बिना अधुरा है. अब जब की होली आने में कुछ ही हफ्ते बाकी हैं, ऐसे में भोजपुरी सॉन्ग धड़ल्ले से रिलीज हो रहे हैं. जहां कई होली सॉन्ग अश्लीलता से भरे हैं, वहीं शिल्पी का ये गाना बिल्कुल भोजपुरिया अंदाज में पेश किया गया है, जिसमें अश्लीलता नाम की कोई चीज नहीं है, बल्कि ये गाना ठेठ भोजपुरी अंदाज में लोगों को काफी पसंद आ रहा है. जिसमें गांव का सीन दिखाया गए हैं. इसमें ना देवर भाभी को रंग लगा रहा है, ना जीजा साली को बल्कि इस गाने में पति-पत्नी जीजा- साली और उनकी सहेलियों की क्या शिकायत होती है, उसी को दिखाया गया है.
होली में बूढ़ों पर भी चढ़ जाती है जवानीः कहा जाता है कि होली में बुढ़े हो या बच्चे सभी होली के रंग में डूब जाते हैं, बूढ़ों पर भी जवानी चढ़ जाती है. होली को लेकर कैसे बूढ़ें लोग अपने को सजाने संवारने लगते हैं, उनके उपर भी मस्ती का रंग चढ़ जाता है. रंगों में सराबोर होकर वो तरह- तरह की हंसी ठिठोली करने लगते है. शिल्पी राज ने इस गाने में बूढ़े लोगों की चाहत और सोच को काफी अकर्षित अंदाज में बताया है. गाने को लोग काफी पसंद कर रहे हैं, ये गाना अन्य होली गीतों से काफी अलग है.
गाने के लेखक विजय चौहान हैंः ये गाना शिल्पी राज ने अपनी मधुर आवाज में गाया है, जबकि गाने के वीडियो में एक्ट्रेस रितु चौहान और पल्लवी सिंह ने काफी शानदार डांस किया है, गाने के लेखक विजय चौहान और संगीत अंजनी सिंह का है. वीडियो डायरेक्टर नयन मौर्य हैं. आपको बता दें कि शिल्पी राज ने एक से बढ़कर एक भोजपुरी गाने दिए हैं. इनके फैंस यूट्यूब पर लाखों की संख्या में हैं, जो बेसब्री से इनके गाने का इंतजार करते हैं, यही वजह है कि जैसे ही कोई गाना रिलीज होता है, वो वायरल हो जाता है.