पटना: बिहार की चर्चित लोक गायिका नेहा सिंह राठौर (Neha Singh Rathore) ने भोजपुरी फ़िल्मों और गानों में (Vulgarity in Bhojpuri Film and Songs) अश्लीलता और फूहड़ता को लेकर नाराजगी जताई है. नेहा का कहना है कि कुछ लोगों ने भोजपुरी (Bhojpuri) की छवि खराब कर दी है.
ये भी पढ़ें- रातों-रात स्टार बनने के लिए भोजपुरी गानों में परोसी जा रही है अश्लीलता: अर्चना पांडेय
नेहा सिंह राठौर ने लिखा- ''राहत इंदौरी साहब का एक शेर है कि 'लगेगी आग तो आएंगे घर कई ज़द में, यहां पे सिर्फ़ हमारा मकान थोड़ी है'...आजकल यही हाल है भोजपुरी गीत-संगीत का कल तक ये लोग दूसरे की बहू बेटियों का...रहे थे. तो इन्हें बड़ा मजा आ रहा था. आज जब बारी खुद पर आई है तो मुंह से लावा निकल रहा है, तिलमिला रहे है, खिसिया रहे है. अरे महाराज बबूर क खेती करब त कबो न कबो त कांटा गड़बे न करी. और आज जब ये कांटा चुभ रहा है तो इन्हें दुख हो रहा है. इन्हें दर्द हो रहा है.''
''भोजपुरी जैसी मीठी भाषा को परम अश्लील भाषा का दर्जा दिलाने दिला दिए आप लोग. अब काहे खिसिया रहे है. एक बार भी आपने नहीं सोचा आपने की भोजपुरी भाषा और इलाका सिर्फ् मर्दों की भाषा नहीं है, बल्कि औरतों का भी है. लेकिन आप लोगों ने इतना गंद मचाया कि राह चलना मुश्किल हो गया है अब तो औरतों का. पैदल चलो तो पान की दुकान पर. ऑटों में बैठों तो अलग संगीत में धमकी दी जा रही है...ये आप ही लोगों का फैलाया हुआ कीचड़ है. जब खुद पर पड़ रहा है तो लग रहा है कि यहां गंदा हो गया, वहां गंदा हो गया.''- नेहा सिंह राठौर, लोक गायिका
उन्होंने आगे कहा कि, ''ये सिर्फ एक व्यक्ति की बात नहीं, बल्कि सबकी बात है. ज्यादातर गायक और गीतकार ऐसे है जिनकों लगता है कि भोजपुरी में आपको हिट होना तो आपको अश्लील लिखना ही पड़ेगा. अश्लील गाना ही पड़ेगा. नहीं तो मार्केट में आप फ्लॉप कर जाएंगे. तो सुधर जाइये और बाज आइये इन हरकतों से. भोजपुरी की अस्मिता से खिलवाड़ मत करिए.''
''आपको समझना होगा कि आपका ये फूहड़पन भोजपुरी को कभी भी स्वतंत्र भाषा के रूप में स्थापित नहीं होने देगा. अगर हम वाकई में चाहते है भोजपुरी को संविधान की आठवीं अनुसूची में 23वीं भाषा के रूप में देखना तो सबसे पहले इन जाहिलों को अपना छिछोरापन बंद करना होगा. गंदे गीत नहीं लिखने होंगे. गंदे गीत नहीं गाने होंगे. क्योंकि अगर भोजपुरी बोलने वाले ही भोजपुरी की इज्जत नहीं करेंगे तो भोजपुरी की इज्जत कौन करेगा.''- नेहा सिंह राठौर, लोक गायिका
ये भी पढ़ें- 'भोजपुरी भाषा की हत्या कर कब्र पर नाच रहे गायक, इन जैसों पर हो कार्रवाई'
नेहा ने कहा कि, ''आपको कोई हक नहीं है कि अपने हित के लिए आप हमारा हक मारे. हमें पूरा हक है कि हम एक साफ सुथरे समाज में रहें. सविंधान का अनुच्छेद 21 हमारे इस अधिकार का रक्षक है. तो आप लोग इस चीज को समझिए. भोजपुरी गीतों में अश्लीलता की मुहिम आगे भी जारी रहेगी.''
क्या है पूरा विवाद?
दरअसल, खेसारी लाल पर अपने गानों के जरिए महिलाओं का अपमान करने का आरोप लगा है. ये एफआईआर सेक्शन 294, 292, 354 के तहत दर्ज हुई है, जिसे मुंबई में सनातन सेना फाउंडेशन से जुड़े सुरजीत सिंह ने दर्ज कराई है. उन्होंने खेसारी के गानों के अश्लील शब्दों का हवाला देते हुए कहा कि वे अपने गानों में महिलाओं का अपमान करते हैं. शिकायत में खेसारी के एक गाने का भी जिक्र है, ये गाना 2 जून को रिलीज हुआ है.
विवाद पर खेसारी लाल यादव की धमकी!
पिछले दिनों खेसारी ने एक गाना रिलीज किया. इस गाने के बोल थे- 'चाची के बच्ची सपना में आती है' लोगों ने इस गाने को फूहड़ कहा. अब खेसारी उन्हें धमकी दे रहे हैं. खेसारी ने कहा कि ”मेरे खिलाफ किसी ने भी नेगेटिव न्यूज़ छापी, तो मैं उसके पूरे खानदान को नहीं छोड़ूंगा. मुझ पर किसी ने भी नेगेटिव न्यूज या वीडियो बनाया, उसे मैं बहुत प्यार करूंगा. इतना प्यार करूंगा कि मेरे प्यार से वो तबाह हो जाएगा.”
इन भोजपुरी स्टार्स के गानों के करोड़ों व्यूज
यहां आपको बता दें कि आजकल भोजपुरी सिनेमा इंडस्ट्री में पवन सिंह (Pawan Singh), दिनेश लाल यादव निरहुआ (Dinesh Lal Yadav Nirahua), रितेश पांडे (Ritesh Pandey) और खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) समेत अन्य भोजपुरी स्टार्स के गानों को यूट्यूब पर लाखों-करोड़ों व्यूज मिलते हैं. लेकिन इन गानों को आप सिर्फ हेडफोन लगाकर ही सुन सकते हैं.
कौन हैं नेहा सिंह राठौर?
दरअसल, नेहा एक चर्चित भोजपुरी लोकगायिका है. भोजपुरी में कोरोना जागरूकता गीत गाकर नेहा सिंह राठौर सोशल साइट पर काफी फेमस हो गई. वहीं उनके फैन फालोइंग भी काफी बढ़ गई हैं. नेहा ने एक गाना उन्होंने बेरोजगारी ('बिहार में का बा') पर भी गाया था. इस गाने को पीएम मोदी के जन्मदिन के समय लोगों ने सोशल मीडिया पर खूब वायरल किया था.
ये भी पढ़ें- सोना सिंह का 'कमर मुचुकईले ए ईयरउ' होली गाना मचा रहा धूम, रिलीज होते ही लाखों लोगों ने देखा
कैमूर जिले की रहने वाली हैं नेहा
नेहा सिंह बिहार के कैमूर जिले में जलदहां (रामगढ़) की रहने वाली हैं. वैसे तो नेहा साल 2018 से लोकगीत गा रही हैं, लेकिन बिहार चुनाव आते ही उनके गानों को सोशल मीडिया पर बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है. फेसबुक और ट्विटर पर उनके फॉलोवर्स की संख्या बढ़ गई है. नेहा ने साल 2018 में कानपुर से अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी की थीं.