पटना: बिहार की सियासत में सबसे बड़े सियासी परिवार और हमेशा सुर्खियों में रहने वाले लालू-राबड़ी (Lalu Prasad) के आवास पर एक बार फिर दीपावली (Dipawali) पर्व के मौके पर सन्नाटा पसरा है. इस मौके पर पिछले कई सालों से यहां कोई आयोजन नहीं हुआ है. एक बार फिर लालू-राबड़ी के दिवाली से पहले दिल्ली रवाना होने की वजह से यहां सन्नाटा दिख रहा है.
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करीब 5 साल से ना तो होली का त्यौहार और ना ही दिवाली छठ के मौके पर 10 सर्कुलर रोड पर कोई बड़ा आयोजन हुआ है. इस बार यह उम्मीद जताई जा रही थी कि लालू यादव लंबे समय के बाद पटना लौटे हैं तो दिवाली और छठ के मौके पर राबड़ी आवास पर रौनक रहेगी, क्योंकि मीसा भारती भी साथ में थीं लेकिन दिवाली के पहले ही पूरा परिवार दिल्ली लौट गया.
लालू-राबड़ी के दिल्ली रवाना होने पर एनडीए राजद पर निशाना साध रहा है. इसे लेकर जहां लालू परिवार पर हमले बोल रहे हैं और चुनाव हारने के बाद कायरों की तरह पटना छोड़ने का आरोप लगा रहे हैं. हम के प्रदेश प्रवक्ता विजय कुमार यादव ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. लालू और तेजस्वी तो पटना सिर्फ घूमने आते हैं. दूसरी तरफ राजद नेता यह कह रहे हैं कि लालू यादव की बीमारी के बार में सबको मालूम है.
'डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें कहीं भी आना जाना होता है. लालू यादव की बीमारी को देखते हुए उन्हें फिर से दिल्ली जाना पड़ा है. उनका लंबे समय से इलाज चल रहा है.' :- रामबली चंद्रवंशी, राजद विधान पार्षद
बता दें कि लालू यादव दिल की बीमारी के साथ किडनी और कई अन्य बीमारियों से जूझ रहे हैं. डॉक्टरों ने उन्हें दिन भर में सिर्फ 1 लीटर पानी पीने की सलाह दी है. इस बात का जिक्र खुद लालू यादव ने एक वर्चुअल सम्मेलन के दौरान किया था. पटना आने के बाद उनकी दिनचर्या डॉक्टरों के निर्देश के मुताबिक नहीं चल पा रही थी. इस बात का जिक्र खुद पार्टी के नेताओं ने किया था. यही वजह है कि उनकी तबीयत फिर बिगड़ने की आशंका थी जिसकी वजह से उन्हें वापस दिल्ली जाना पड़ा है.
बता दें, लालू प्रसाद कुछ दिनों उपचुनाव में शिरकत करने के लिए पटना पहुंचे थे. लालू प्रसाद ने पुराने अंदाज में चुनावी सभाओं को संबोधित किया और कड़े तेवर में जमकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार पर भी हमला किया. लेकिन, 2 नवंबर को आए चुनाव परिणाम में आरजेडी को दरभंगा के कुशेश्वरस्थान और मुंगेर के तारापुर दोनों जगह हार मिली. सियासी बातें चाहे जो हो लेकिन इतना तो तय है कि लालू यादव की बीमारी को लेकर पूरा लालू परिवार चिंतित है. सवाल इस बात को लेकर भी उठ रहे थे कि इतनी बीमारी के बावजूद आखिर क्यों उन्हें चुनाव प्रचार के लिए लाया गया.
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