पटना: सावन का पावन महीना आज से शुरू हो गया है और शिव भक्तों में उत्साह देखने को मिल रहा है. शिवभक्त हाथों में कांवर लेकर जलाभिषेक के लिए निकलने लगे हैं. पटना जंक्शन पर कांवरियों की भीड़ उमड़ पड़ी. कांवरियों का जत्था प्लेटफार्म नंबर 2 और 3 से रवाना हुए. ट्रेन बोलबम के जयकारे से गुंजायमान हो गया. शिवभक्त पटना से सुल्तानगंज पहुंचेंगे और फिर उत्तरवाहिनी गंगा से जलभकर देवघर के लिए रवाना होंगे.
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ट्रेन से कावरियों का जत्था रवाना: दानापुर भागलपुर एक्सप्रेस से आज पहले दिन कांवरियों का जत्था रवाना हुआ. कांवरिया सुल्तानगंज पहुंचकर के वहां उत्तरवहिनी गंगा में डूबकी लगाने के बाद जलभर कर 105 किलोमीटर पैदल यात्रा कर बाबा धाम पहुंचकर जलाभिषेक करेंगे. शिवभक्त उत्साह पूर्वक के साथ अपने सगे संबंधी दोस्त के साथ देवघर के लिए रवाना हो रहे हैं.
सावन माह का रहता है बेसब्री से इंतजार: ट्रेन में सवार होकर भोले बाबा के भक्तों ने कहा कि 4 साल से हर साल बाबा पर जलाभिषेक करते आ रहे हैं. बाबा में इतनी शक्ति है कि बाबा बुलाते हैं और हर साल जाते हैं. जब तक पार लगेगा बाबा के दरबार हर साल जाते रहेंगे. भक्तों ने बताया कि अगर नहीं जाता हूं तो मन व्याकुल होने लगता है. इसलिए प्रत्येक सावन महीना का इंतजार रहता है और सावन महीना आने पर बाबा के दरबार पहुंचकर बाबा पर जलाभिषेक करते हैं.
"भगवान भोलेनाथ में इतनी शक्ति है कि रास्ते में भले ही कई कठिनाई हो, लेकिन उसका कोई असर नहीं पड़ता है. ना कोई थकान होती है. बस भोले बाबा का नारा लगाते हुए भक्त कठिन रास्ते को भी आसानी से पार कर भोले बाबा के दरबार पहुंचते हैं." -शिवभक्त
कब से कब तक चलेगा श्रावणी मेला: हिंदुओं के धार्मिक पंचांग के अनुसार इस बार साव के बीच में ही एक महीने का अधिकमास पड़ रहा है. ऐसे में श्रावणी मेले का पहला चरण 4 जुलाई से शुरू होकर 16 जुलाई तक चलेगा और मेले का दूसरा चरण 16 अगस्त से शुरू होकर 31 अगस्त तक चलेगा. 17 जुलाई से 15 अगस्त तक अधिकमास या मलमास का महीना रहेगा.
बाबाधाम भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक : धार्मिक मान्यताओं के अनुसार बाबाधाम भगवान शंकर के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. सावन महीने में लाखों भक्त बिहार के सुल्तानगंज से गंगाजल लेकर 108 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए देवघर पहुंचकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं. देवघर में जलाभिषेक के बाद ज्यादातर श्रद्धालु दुमका स्थित बासुकीनाथधाम भी जाते हैं. अनुमान है कि दो महीने तक चलने वाले श्रावणी मेले में इस बार एक करोड़ से भी ज्यादा लोग पहुंच सकते हैं.