पटनाः बिहार की राजधानी पटना का सियासी पारा तब से चढ़ा हुआ है, जब से उपेंद्र कुशवाहा ने अपने तेवर दिखाएं हैं. अब जदयू के मंत्री श्रवण कुमार (Minister Shravan Kumar) का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा बड़े लीडर हैं अगर राष्ट्रीय स्तर का पद उन्हें झुनझुना लगता है तो बताना चाहिए कौन सा पावरफुल पोस्ट चाहते हैं आखिर यह तो पता चलना चाहिए कि उनकी इच्छा क्या है ? जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष पद को झुनझुना बताया था. एमएलसी पद को भी उपेंद्र कुशवाहा ने लॉलीपॉप बताया था.
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दूसरे दल में नहीं मिलता इतन सम्मान: मंत्री श्रवण कुमार ने कहा उपेंद्र कुशवाहा बड़े नेता हैं और इस दल में जितना सम्मान उपेंद्र कुशवाहा को मिला है. इतना सम्मान किसी और को नहीं मिला. पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर राष्ट्रीय स्तर का सम्मान दिया गया. यदि पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष का पद झुनझुना है तो कौन सा पद झुनझुना नहीं है, पावरफुल है. जिस पद पर वे जाना चाहते हैं. उनकी इच्छा का भी तो पता चलना चाहिए.
यहां उन्हें सबकुछ मिलाः श्रवण कुमार ने कहा कि हम लोग जानते हैं जब से वे दल में आते रहे हैं, जाते रहे हैं तो जहां गए उस दल में भी तो कुछ उन्हें नहीं मिला. जो भी सम्मान मिला है यहीं मिला. यहां विधायक बने, नेता प्रतिपक्ष बने, विपक्ष के नेता बनने के बाद फिर भाग गए और जब आए तो राज्यसभा के सदस्य बने. राज्यसभा के सदस्य बने तो फिर भाग गए और इस बार आए हैं तो पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष बने हैं और एमएलसी बने हैं.
देश में उनके लायक कौन सा पद है, बताएंः श्रवण कुमार ने कहा कि उनके लायक देश में कौन सा पद है यह बताना चाहिए. उपेंद्र कुशवाहा की ओर से हिस्सेदारी की मांग पर श्रवण कुमार ने कहा उनको हिस्सेदारी और सम्मान मिला है. राष्ट्रीय अध्यक्ष के समानांतर पार्लियामेंट्री बोर्ड के अध्यक्ष का पद देकर सम्मान दिया गया. यदि इतने सम्मान के बाद भी उपेक्षित हैं तो सोच लीजिए जो लोग जनता दल, जॉर्ज और समता पार्टी के समय से हैं उनको कितना सम्मान मिलना चाहिए.
"उपेंद्र कुशवाहा बड़े नेता हैं और इस दल में जितना सम्मान उपेंद्र कुशवाहा को मिला है. इतना सम्मान किसी और को नहीं मिला. पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर राष्ट्रीय स्तर का सम्मान दिया गया. यदि पार्लियामेंट्री बोर्ड का अध्यक्ष का पद झुनझुना है तो कौन सा पद झुनझुना नहीं है, पावरफुल है. जिस पद पर वे जाना चाहते हैं. उनकी इच्छा का भी तो पता चलना चाहिए"- श्रवण कुमार, ग्रामीण विकास मंत्री