पटनाः ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने मंगलवार को केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ वीडियो कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की है कि बाढ़ के पानी के साथ खेतों में आने वाली गाद की सफाई का काम मनरेगा में शामिल की जाए. ताकि, अधिक से अधिक श्रमिकों के रोजगार का अतिरिक्त संसाधन विकसित हो सकें. श्रवण कुमार ने आंगनबाड़ी केंद्रों की चारदिवारी को भी मनरेगा में शामिल करने की मांग की है.
गरीब कल्याण रोजगार अभियान
वहीं, कांफ्रेंस के बाद मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि केंद्रीय मंत्री बिहार के साथ ही उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड सरकार के मंत्रियों के साथ योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे. मंत्री ने कांफ्रेंस के दौरान गरीब कल्याण रोजगार अभियान की सराहना करते हुए कहा कि इस अभियान से अन्य राज्यों से आए श्रमिकों स्थानीय स्तर पर रोजगार दिलाने में सहूलियत मिलेगी. साथ ही सार्वजनिक उत्पादक और अन्य परिसंपत्तियों के निर्माण में मदद मिलेगी. इस अभियान में बिहार के 32 जिले चयनित हैं.
266 योजनाओं का संचालन
श्रवण कुमार ने कहा कि अभियान के तहत कुल 266 योजनाओं का संचालन होगा. जिससे 36,099 मानव दिवस का रोजगार स्थानीय ग्रामीण जनता को प्राप्त हो सकेगा. जिस पर करीब 563 लाख रूपये खर्च होंगे. वहींं उन्होंने केंद्रीय मंत्री को बताया कि राज्य में इस अभियान में 1.21 लाख योजनाएं ली गई हैं. जिनमें से 40 हजार पूरी की गई हैं. इस अभियान के प्रभावी होने के बाद से अब तक 1.41 करोड़ मानव दिवस सृजित किए गए और दो हजार 86 करोड़ का व्यय किया गया है.
कृषि कार्य को मनरेगा में किया जाए शामिल
राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में मजदूरों के विशाल संख्या को देखते हुए उन्होंने केंद्रीय मंत्री से मांग की है कि कृषि कार्य को भी मनरेगा में शामिल किया जाए और प्रत्येक इच्छुक परिवार को सौ दिन की जगह दो सौ दिन के रोजगार के प्रावधान किए जाएं.