पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को अणे मार्ग स्थित 'संकल्प' में ग्रामीण कार्य विभाग की समीक्षा बैठक की. बैठक के दौरान अधिकारियों को सड़कों के निर्माण में प्लास्टिक कचरे का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि सड़को को सड़कों के निर्माण की गुणवत्ता बेहतर होने के साथ ही उनका रखरखाव होना भी जरूरी है.
'निरीक्षण कार्य प्रणाली विकसित करें'
नीतीश ने कहा कि सड़कों की 'मेंटेनेंस पॉलिसी' को लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम के दायरे में लाया गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण कार्य विभाग में सहायक अभियंता और तकनीकी पदाधिकारियों की कमी नहीं होनी चाहिए. ग्रामीण सड़कों का निरीक्षण कार्य ठीक ढंग से हो इसके लिए विभागीय स्तर पर चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक निरीक्षण कार्य की एक प्रणाली विकसित करें.
'सड़क किनारे लगेंगे दो स्तर के वृक्ष'
समीक्षा के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग और वन विभाग को आपस में समन्वय बनाए रखने की बात कही. इसके साथ ही उन्होंने सड़कों के किनारे वृक्ष लगाने के कार्य में तेजी लाने के साथ ही ऊंची और चौड़ी सड़कों के किनारे दो स्तर के वृक्ष लगाने के निर्देश दिए. सड़कों के किनारे वृक्ष लगाने से सड़कों की सुरक्षा तो होगी ही साथ ही पर्यावरण के लिए भी यह लाभदायक सिद्ध होगा. उन्होंने कहा कि हमलोगों का लक्ष्य है हर गांव और हर टोले को सड़क से जोड़ना. टोला संपर्क निश्चय योजना के अंतर्गत छूटे हुए टोलों का काम जल्द से जल्द पूरा करें.
ये रहे मौजूद
बैठक के दौरान ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार ने पथों के निरीक्षण अभियान के अंतर्गत खराब सड़कों की मरम्मत के संबंध में जानकारी दी. बैठक में ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, मुख्य सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त अरुण कुमार सिंह सहित विभाग के वरीय अभियंतागण उपस्थित थे.