पटना: बिहार में महागठबंधन के घटक दलों ने नागरिकता संशोधन अधिनियम का जमकर विरोध किया. अब जब केंद्र सरकार नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर ला रही है तो एक बार फिर से इसके खिलाफ आवाज उठने लगी है. हम पार्टी के बाद अब राजद ने भी नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर को लेकर विरोध जताते हुए इसे देश के लिए गैर जरूरी बताया है.
'पीएम करते हैं गलत बयानी'
राजद के उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा कि केंद्र सरकार ने नागरिकता कानून में जो बदलाव किया है. उसकी वजह से देशभर में आग लगी हुई है. उन्होंने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि वो केवल गलत बयानी करते हैं. असत्य ही उनका आराध्य है. हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान में पीएम ने स्थिति को साफ करते हुए कहा था कि देश में फिलहाल एनआरसी की कोई जरूरत नहीं है. लेकिन एनपीआर लेकर आ गए. सरकार एनपीआर के माध्यम में देश में एनआरसी थोपना चाहती है.
पीएम और गृह मंत्री पर बरसे
शिवानंद तिवारी ने कहा कि मोदी कहते हैं कि पिछले 5-6 सालों में एनआरसी पर कोई चर्चा नहीं हुई है. जबकि गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में डेस्क पर मुक्का मार-मार कर कहा था कि नागरिकता कानून में संशोधन होगा. तिवारी ने कहा कि मोदी ने खुद पश्चिम बंगाल की एक सभा में कहा था कि देश में दो बड़े कानून लाए जाएंगे. पहला नागरिकता कानून में संशोधन और दूसरा नागरिकों का रजिस्टर बनाना. अब कह रहे हैं कि इस शब्द का चर्चा ही नहीं हुई है.
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'एनपीआर की क्या जरूरत'
शिवानंद तिवारी ने कहा कि सरकार के राज्य मंत्री राज्यसभा और लोकसभा में कह चुके हैं कि एनपीआर, एनआरसी की दिशा में एक कदम है. सरकार लोगों को बहला रही है. यह मेरे समझ से परे है कि केंद्र सरकार नागरिकता कानून को लेकर इतनी जल्दी में क्यों है. उन्होंने कहा कि ऐसे कानून की क्या जरूरत है, जिससे देश में समुदाय विशेष के खिलाफ वातावरण बनने लगे.