नई दिल्ली/पटना : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बागी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा पार्टी से दशकों पुराना संबंध तोड़कर शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. अभिनेता से नेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने शनिवार को अपने राजनीतिक भविष्य पर संशय खत्म कर दिया. उन्होंने यह कहते हुए कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली कि कांग्रेस उन्हें जनता, समाज और देश की सेवा करने का मौका देगी.
भाजपा में बस दो लोगों की चलती है-शत्रुघ्न सिन्हा
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि मैं पटना साहिब से ही लोकसभा चुनाव लडूंगा. कांग्रेस परिवार और लालू परिवार मेरे साथ है. ऐसे में एक बार फिर से रिकॉर्ड वोट से जीत हासिल करेंगे. 'बिहारी बाबू' ने साफ तौर पर नाम लिए बगैर कहा कि भाजपा की जो आज स्थिति है उसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जिम्मेदार हैं. शॉटगन ने कहा कि भाजपा में बस 2 लोगों की चलती है. भाजपा में तानाशाही हावी है. लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुमित्रा महाजन, यशवंत सिन्हा, अरुण सौरी जैसे कई नेता तानाशाही के शिकार हो गए.
हर मोर्चे पर मोदी सरकार रही फेल-शॉटगन
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी देश का भविष्य हैं, मोदी सरकार से जनता को काफी उम्मीदें थी, लेकिन सरकार हर मोर्चे पर फेल साबित हुई. मुझे केंद्र सरकार में मंत्री नहीं बनाया गया इसलिए मैं भाजपा के खिलाफ हो गया ऐसा नहीं है. उन्होंने कहा कि मुझे जो तवज्जो मिलनी चाहिए था वह नहीं मिली, इसलिए मैं भाजपा के खिलाफ हो गया ऐसा भी नहीं है. मैंने यह सिर्फ समझाने की कोशिश की, पार्टी से बड़ा देश होता है. हमेशा हमने सच बोलना चाहा, लेकिन मुझे बागी कहा जाने लगा. अगर सच कहना बागी है तो हां मैं बागी हूं.
'मैं भाजपा दिग्गजों के सानिध्य में निखरा'
शत्रुघ्न सिन्हा दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी महासचिव के.सी. वेणुगोपाल और रणदीप सिंह सुरजेवाला की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए. उन्होंने कहा, 'मेरे मन में अपने लोगों के बारे में कोई गलत विचार नहीं है, क्योंकि वे मेरे परिवार को पसंद करते हैं. मैं भाजपा में 'भारतरत्न' नानाजी देशमुख, दिवंगत महान प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी और मेरे दोस्त व दार्शनिक, शानदार नेता, गुरु और मार्गदर्शक लालकृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गजों के आशीर्वाद और मार्गदर्शन में निखरा.'
'दूसरा रास्ता चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा'
कांग्रेस में शामिल होने के उन्होंने कहा, 'मैं कुछ लोगों के बारे में बात करना चाहूंगा जो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं, जो अन्याय के लिए जिम्मेदार हैं और लोकशाही को तानाशाही में बदल रहे हैं. मेरे और भाजपा के कुछ वर्तमान नेताओं व उनकी नीतियों के बीच जो मतभेद हैं, इस कारण मेरे पास दूसरा रास्ता चुनने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा.'
उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह जिस सबसे पुरानी पार्टी से जुड़ रहे हैं, वह एकता, समृद्धि, प्रगति, विकास और प्रतिष्ठा के संदर्भ में उन्हें जनता, समाज और देश की सेवा करने का मौका देगी. 'बिहारी बाबू' ने कहा, "मैं उम्मीद और इच्छा जताकर प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भारत के आज और कल के सफल चेहरे, बेहद ऊर्जावान, सक्षम, अनुभवी और परखे हुए युवा नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में मैं सही दिशा में कदम बढ़ा रहा हूं. लोकतंत्र जिंदाबाद! लालू और तेजस्वी यादव के राष्ट्रीय जनता दल को कांग्रेस पार्टी का साथ जिंदाबाद.