पटना: राजधानी पटना में गुरुवार को राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की 80वीं त्रैमासिक बैठक (Meeting of State Level Bankers Committee in patna ) हुई. जिसकी की अध्यक्षता वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने की. जिसमें बिहार में इथेनॉल उद्योग (Ethanol Industry in Bihar) का मुद्दा छाया रहा. इस दौरान उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने बैंकों के प्रतिनिधियों से कहा कि इथेनॉल उद्योग बिहार का भविष्य संवारने वाला है. पहले चरण में इथेनॉल उद्योग लगाने जा रही कंपनियों को ऋण उपलब्ध कराने में बैंको के द्वारा देरी बिहार के तेज गति से औद्योगिकीकरण के लक्ष्य पर असर डाल रहा है. इस दौरान बैंकों के प्रतिनिधियों ने दो सप्ताह में आवेदकों को ऋण उपलब्ध कराने की बात कही.
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इस दौरान उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार की 17 कंपनियों ने तेल मार्केटिंग कंपनियों से इथेनॉल आपूर्ति का करार कर लिया है, लेकिन अभी तक सिर्फ 3 इथेनॉल कंपनियों की ऋण आवेदनों की फाइलें आखिरी मुकाम तक पहुंच पाई हैं. राज्यस्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक में उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने तत्काल ही सभी इथेनॉल कंपनियों के ऋण आवेदनों की समीक्षा करवाई और कहा कि बची हुई सभी कंपनियों को बिना किसी देरी के ऋण उपलब्ध कराया जाए. जो बिहार के हित के लिए बेहद जरुरी है.
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उन्होंने कहा कि बैंकों की तरफ से भरोसा मिला कि एक से दो हफ्ते में बिहार में पहले चरण में इथेनॉल ईकाइयों की स्थापना करने जा रही, सभी कंपनियों के ऋण आवेदनों को स्वीकृत मिल जाएगी. बिहार के औद्योगिक विकास में बैंकों की भूमिका अहम है और बिहार का समग्र औद्योगिकीकरण तभी संभव हो पाएगा. जब बैंकों की तरफ से राज्य में छोटे-बड़े सभी तरह के औद्योगिक ईकाइयों की स्थापना के लिए आसान ऋण उपलब्ध कराने में उदारता और तेजी दिखाई जाएगी.
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