पटना: बिहार की राजधानी पटना में सातवें चरण की शिक्षक बहाली की मांग (Seventh phase teacher recruitment demand ) को लेकर प्रारंभिक शिक्षक अभ्यर्थी हजारों की तादाद में शुक्रवार को सड़कों पर उतरे हैं. सभी शिक्षक अभ्यर्थी बुद्धा स्मृति पार्क से होते हुए डाकबंगला पहुंच गए हैं. वहीं पुलिस ने डाकबंगला से इनकम टैक्स जाने के रास्ते को ब्लॉक कर दिया है. शिक्षक अभ्यर्थी डाकबंगला चौराहा होते हुए विधानसभा रहे थे. इसी दौरान पुलिस ने सभी आंदोलनकारियों को डाक बंगला चौराहे से खदेड़ दिया है.
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पुलिस ने दिखाई सख्तीः बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के आह्वान पर बिहार के अलग-अलग जिलों से हजारों की तादाद में शिक्षक अभ्यर्थी पटना पहुंचे हैं और डाक बंगला चौराहे पर जमा होकर प्रदर्शन कर रहे थे. दूसरी ओर पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी. अभ्यर्थी वहां से आगे बढ़ना चाह रहे थे. शिक्षक अभ्यर्थियों का उद्देश्य विधानसभा मार्च करना था, लेकिन पुलिस ने सख्ती दिखाई और सभी आंदोलनकारियों को डाक बंगला चौराहे से खदेड़ दिया.
गांधी वादी तरीके से आंदोलन की कही थी बात:बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने बताया कि वह लोग गांधीवादी तरीके से अहिंसक आंदोलन करने जा रहे हैं. इसकी वजह यह है कि लंबे समय से सातवें चरण की बहाली को लेकर सरकार वादाखिलाफी कर रही है और इसके कारण शिक्षक अभ्यर्थियों में रोष है. उन्होंने बताया कि इस आंदोलन को लेकर के एक खास ड्रेस कोड तैयार किया गया है. जिसमें पुरुष अभ्यर्थी सफेद शर्ट में और महिला अभ्यर्थी सफेद सूट अथवा साड़ी में रहेंगी. उन्होंने बताया था कि उन लोगों का आंदोलन गांधी मैदान के एक नंबर गेट से शुरू होगा और जेपी गोलंबर से डाकबंगला होते हुए विधानसभा के लिए पैदल मार्च करेगा.
नौ महीने बाद भी कोई पहल नहीं:दीपांकर गौरव ने बताया कि 4 सालों से सीटेट और बीटेट पास होने के बावजूद शिक्षक अभ्यर्थी रोड पर है और नौकरी की तलाश कर रहे हैं. शिक्षा विभाग ने बीते वर्ष जुलाई में ही प्रारंभिक शिक्षकों के लिए विज्ञप्ति जारी करने की बात कही थी और 9 महीने से अधिक समय हो गए है, फिर भी कोई पहल नहीं की गई है. शिक्षा मंत्री भी बार-बार आश्वासन देते हैं और ट्वीट करते हैं लेकिन होता कुछ नहीं है जिससे अभ्यर्थियों में नाराजगी है. उन लोगों की मांग है कि अविलंब प्रदेश में सातवें चरण के तहत शिक्षकों की नियुक्ति के लिए विज्ञप्ति जारी किया जाए.
"गांधीवादी तरीके से अहिंसक आंदोलन करने जा रहे हैं. इसका वजह यह है कि लंबे समय से सातवें चरण की बहाली को लेकर सरकार वादाखिलाफी कर रही है और इसके कारण शिक्षक अभ्यर्थियों में रोष है. आंदोलन गांधी मैदान के एक नंबर गेट से शुरू होगा और जेपी गोलंबर से डाकबंगला होते हुए विधानसभा के लिए पैदल मार्च करेगा" - दीपांकर गौरव, प्रदेश अध्यक्ष, बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ