पटना: मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजक्ट पर घोटाले का ग्रहण लगा दिया गया है. परियोजना के क्रियान्वयन का जिम्मा पंचायतों को सौंपा गया है. लेकिन जानकारी के मुताबिक मुखिया और वार्ड सदस्यों ने योजना के पैसों का बंदरबांट कर दिया है और करोड़ों के घोटाले की बात सामने आ रही है.
योजना के पैसों का बंदरबांट
2020-21 तक चालू नल के पानी कनेक्शन के साथ सभी परिवार को 100 फीसदी शामिल करने की योजना है. योजना के क्रियान्वयन का जिम्मा पंचायतों को सौंपा गया है. वार्ड सदस्य और मुखिया के कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई है. योजना काकरिया एल्बम लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग और पंचायती राज विभाग के द्वारा किया जा रहा है. लेकिन इसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है.
'हर घर नल का जल योजना में करोड़ों का घोटाला हुआ है सरकार अगर निष्पक्ष जांच कराए तो सब कुछ सामने आ जाएगा.'- मोहम्मद अशरफ अंसारी, लोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता
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भ्रष्टाचार के फोन कॉल
'हर घर नल का जल योजना नीतीश कुमार का ड्रीम प्रोजेक्ट है. और इसे हर हाल में धरातल पर लाना है. पंचायत स्तर पर कुछ गड़बड़ियां जरूर हुई हैं. लेकिन जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और वह जेल भी जा रहे हैं.'- निहोरा यादव, जदयू प्रवक्ता
भ्रष्टाचार से मंत्री भी परेशान
'इस योजना से आम लोगों को साफ पीने का पानी मिल रहा है. स्थानीय स्तर पर कुछ भ्रष्टाचार के मामले जरूर आए हैं. लेकिन दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.'- प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता
370 भ्रष्टाचार के मामले
'हर घर नल का जल योजना लूट का अड्डा बन चुका है. योजना में बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं. और कहीं भी योजना का क्रियान्वयन नियमाकुल नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री ने जिसका उद्घाटन किया है उसी की अगर जांच कर ली जाए तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. घोटाले की जांच अगर निष्पक्ष हुई तो कई सौ करोड़ के घोटाले का मामला उजागर होगा.'- शिव प्रकाश राय, आरटीआई एक्टिविस्ट