पटनाः पूर्व मध्य रेल ( East Central Railway ) के 4220 किलोमीटर के दायरे में रेलवे के की जमीनों पर अतिक्रमणकारियों ने अवैध कब्जा ( Illegal Possession ) कर रखा है. कई बार रेलवे प्रशासन ( Railway Administration ) की तरफ से हटाने जाने का बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं. वहीं प्रशासन की सुस्ती के कारण रेलवे की जमीनों पर फूस के घर बनाकर लोग कब्जाने में जुटे हैं.
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"अतिक्रमणकारियों पर नकेल कसने के लिए सैटेलाइट से मैपिंग करा कर उन जमीनों को अपने कब्जे में लेने की कवायद तेज कर दी गई है. इस प्रक्रिया के तहत अतिक्रमणकारियों को पहले नोटिस दिया जाता है. फिर जमीन खाली कराने के लिए समय दिया जाता है. अगर इसके बाद भी वे जमीन खाली नहीं करते हैं, तो प्रशासन उन्हें जबरन हटाता है. अतिक्रमण हटाने के लिए सभी डिविजनों में रेलवे प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है." -राजेश कुमार, सीपीआरओ, पूर्व मध्य रेल
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कहां-कहां अतिक्रमण?
पूर्व मध्य रेल के समस्तीपुर, धनबाद, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन के साथ-साथ कई मंडलों की जमीन पर अतिक्रमणकारियों का अवैध कब्जा है. लेकिन अब अवैध कब्जा हटाने के लिए प्रशासन सक्रिय हुआ है. बताया जा रहा है कि उन जमीनों को अतिक्रमणमुक्त करने के बाद वहां यात्रियों की सुविधा के लिए डेवलेपमेंट काम किया जाएगा.