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'जीतन राम मांझी के बाद रत्नेश सदा का नीतीश कुमार ने किया अपमान', हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन का आरोप

Politics On Bhim Sansad: बिहार में जदयू का भीम संसद को लेकर हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने गंभीर आरोप लगाए हैं. संतोष सुमन ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी के बाद रत्नेश सदा का अपमान किया. पढ़ें पूरी खबर.

संतोष कुमार सुमन
संतोष कुमार सुमन
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 27, 2023, 3:40 PM IST

हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन

पटनाः बिहार के दलित वोटर्स को साधने के लिए जदयू ने पटना में भीम संसद का आयोजन किया. कार्यक्रम के बाद नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा है कि पंचायत प्रेरक, टोला सेवक और तालिमी मरकज के रूप में कार्य कर रहे लोगों को प्रलोभन देकर भीम संसद में बुलाया गया था. सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर जनता दल यूनाइटेड ने भीम संसद का आयोजन किया. मंत्री रत्नेश सदा का अपमान भी किया गया.

'दलित नेता रत्नेश सदा का किया अपमान': उन्होंने दावा किया कि यह बात दलित समाज के लोग भी जानते हैं कि किस तरह से लगातार मुख्यमंत्री दलितों का अपमान कर रहे हैं. पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सदन के अंदर सीएम नीतीश कुमार ने अपमानित करने का काम किया. कल बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा को भी भरी सभा में अपमानित करने का काम किया गया. मुख्यमंत्री का सोच दलितों को लेकर क्या है, यह दलित समाज के लोग जानते हैं.

"यह दुर्भाग्य है कि विकास मित्र और शिक्षा सेवक, टोला सेवक और तालिमी मरकज सरकार के अंग हैं. सरकार के आदेश पर रैली में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने इन लोगों को रैली में आने के लिए धन्यवाद भी दिया. जबकि रैली में आना इनका काम नहीं है. सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर भीड़ जुटाई गई है. सरकार में दलित का अपमान करने का दौर जारी है. माननीय नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी का अपमान किया. कल दलित के नेता रत्नेश सदा का अपमान किया. आने वाले समय में दलित समुदाय सरकार को करारा जबाव देगी." -संतोष कुमार सुमन, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम पार्टी

'नीतीश कुमार का साथ नहीं देंगे दलित': संतोष सुमन ने कहा कि दलित समाज के लोग ऐसे अभिमानी का कभी भी साथ नहीं दे सकते हैं. नीतीश कुमार अपने भाषण में कहते हैं कि जो बिहार के लिए हमने किया वह किसी ने नहीं किया. किसी भी दलितों का नाम वह नहीं लेते हैं. उनको पता होना चाहिए कि बिहार में भी कई ऐसे दलित नेता हुए हैं, जो बिहार के लिए लगातार काम किए हैं. जीतन राम मांझी जब मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने दलितों के लिए क्या-क्या किया, यह दलित समाज के लोग भी जानते हैं.

सुशील मोदी ने भी लगाए आरोपः रविवार को पटना वेटरनरी कॉलेज में भीम संसद का आयोजन किया गया. इसके माध्यम से नीतीश कुमार ने दलित वोटर्स को साधने की कोशिश की. इस कार्यक्रम में काफी संख्या में दलित समुदाय के लोग शामिल हुए. इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी नीतीश सरकार पर आरोप लगाए हैं. सुशील मोदी ने कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर भीड़ को जुटायी गयी है.

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'सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रैली में जुटाई भीड़', सुशील मोदी का बड़ा आरोप

हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन

पटनाः बिहार के दलित वोटर्स को साधने के लिए जदयू ने पटना में भीम संसद का आयोजन किया. कार्यक्रम के बाद नीतीश कुमार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन ने कहा है कि पंचायत प्रेरक, टोला सेवक और तालिमी मरकज के रूप में कार्य कर रहे लोगों को प्रलोभन देकर भीम संसद में बुलाया गया था. सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर जनता दल यूनाइटेड ने भीम संसद का आयोजन किया. मंत्री रत्नेश सदा का अपमान भी किया गया.

'दलित नेता रत्नेश सदा का किया अपमान': उन्होंने दावा किया कि यह बात दलित समाज के लोग भी जानते हैं कि किस तरह से लगातार मुख्यमंत्री दलितों का अपमान कर रहे हैं. पहले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को सदन के अंदर सीएम नीतीश कुमार ने अपमानित करने का काम किया. कल बिहार सरकार के मंत्री रत्नेश सदा को भी भरी सभा में अपमानित करने का काम किया गया. मुख्यमंत्री का सोच दलितों को लेकर क्या है, यह दलित समाज के लोग जानते हैं.

"यह दुर्भाग्य है कि विकास मित्र और शिक्षा सेवक, टोला सेवक और तालिमी मरकज सरकार के अंग हैं. सरकार के आदेश पर रैली में शामिल हुए. मुख्यमंत्री ने इन लोगों को रैली में आने के लिए धन्यवाद भी दिया. जबकि रैली में आना इनका काम नहीं है. सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर भीड़ जुटाई गई है. सरकार में दलित का अपमान करने का दौर जारी है. माननीय नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी का अपमान किया. कल दलित के नेता रत्नेश सदा का अपमान किया. आने वाले समय में दलित समुदाय सरकार को करारा जबाव देगी." -संतोष कुमार सुमन, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हम पार्टी

'नीतीश कुमार का साथ नहीं देंगे दलित': संतोष सुमन ने कहा कि दलित समाज के लोग ऐसे अभिमानी का कभी भी साथ नहीं दे सकते हैं. नीतीश कुमार अपने भाषण में कहते हैं कि जो बिहार के लिए हमने किया वह किसी ने नहीं किया. किसी भी दलितों का नाम वह नहीं लेते हैं. उनको पता होना चाहिए कि बिहार में भी कई ऐसे दलित नेता हुए हैं, जो बिहार के लिए लगातार काम किए हैं. जीतन राम मांझी जब मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने दलितों के लिए क्या-क्या किया, यह दलित समाज के लोग भी जानते हैं.

सुशील मोदी ने भी लगाए आरोपः रविवार को पटना वेटरनरी कॉलेज में भीम संसद का आयोजन किया गया. इसके माध्यम से नीतीश कुमार ने दलित वोटर्स को साधने की कोशिश की. इस कार्यक्रम में काफी संख्या में दलित समुदाय के लोग शामिल हुए. इसको लेकर राजनीति शुरू हो गई है. राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी नीतीश सरकार पर आरोप लगाए हैं. सुशील मोदी ने कहा कि सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर भीड़ को जुटायी गयी है.

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