पटना: पार्टी दफ्तर को लेकर बिहार में सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. राजनीतिक दल बड़ा दफ्तर और सुंदर लोकेशन चाहते हैं. आरजेडी (RJD) ने कार्यालय के लिए अतिरिक्त जमीन की मांग की है. वहीं. प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (RJD State President Jagdanand Singh) की ओर से बीजेपी (BJP) और जेडीयू (JDU) दफ्तर पर किए गए खर्च का हिसाब मांगा गया तो बीजेपी प्रवक्ता संजय टाइगर (BJP Spokesperson Sanjay Tiger) ने करारा जवाब दिया है.
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बिहार बीजेपी के प्रवक्ता संजय टाइगर ने कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में ही राजनीतिक दलों को ऑफिस आवंटित किया गया था. आरजेडी के 15 साल के शासनकाल में कुछ नहीं किया गया था.
संजय टाइगर ने आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि दफ्तर की इतनी ही चिंता है तो तेजस्वी यादव ने भवन निर्माण मंत्री रहते हुए अपने पार्टी दफ्तर पर ध्यान क्यों नहीं दिया.
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वहीं, पार्टी दफ्तर पर हुए खर्च को लेकर बीजेपी नेता ने कहा कि जगदानंद सिंह किस अधिकार से हिसाब मांग रहे हैं. उन्होंने कहा कि बात को बतंगड़ और तिल को ताड़ न बनाएं और अनावश्यक बखेड़ा न खड़ा करें. हमें पता है कि वो अपनी पार्टी के गुस्से को कहीं और उतार रहे हैं.
याद दिलाएं कि जगदानंद सिंह ने पार्टी कार्यालय के पास की जमीन उपलब्ध कराने के लिए सरकार को पत्र लिखा है. भवन निर्माण विभाग ने जवाब दिया है कि आरजेडी कार्यालय के बगल की जमीन हाईकोर्ट पूल में आती है, लिहाजा उपलब्ध नहीं कराई जा सकती. जगदानंद ने कहा है कि जेडीयू प्रदेश कार्यालय करीब 60 हजार स्क्वायर फीट में बना है, जबकि बीजेपी का प्रदेश कार्यालय भी 50 हजार स्क्वायर फीट से ज्यादा क्षेत्रफल में है. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल का प्रदेश कार्यालय महज 20 हजार स्क्वायर फीट में है. इसलिए जगह कम पड़ रही है.
आपको बता दें कि बीजेपी और जेडीयू ने पार्टी दफ्तर को सजाया संवारा है. जेडीयू दफ्तर में जहां कर्पूरी सभागार को बड़े तामझाम के साथ बनाया गया है, वहीं बीजेपी का अटल बिहारी वाजपेयी सभागार वेल फर्निश्ड है.