पटना: जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पर कोरोना जांच का कार्य शुरू हो चुका है. इसके साथ ही 1 सप्ताह के अंदर कोरोना जांच कार्य में ढाई गुना वृद्धि हुई है. प्रमंडल स्तर पर 1 सप्ताह में टेस्टिंग बढ़कर 5970 हो गया है. पटना में 2263, रोहतास में 998, नालंदा में 852, बक्सर में 687, कैमूर में 627 और भोजपुर में 543 व्यक्ति की कोरोना जांच की गई. पहले यह टेस्टिंग 2400 थी. आयुक्त संजय अग्रवाल ने सभी जिला अधिकारी को टेस्टिंग कार्य की गति को मेंटेन रखते हुए प्रगति लाने का निर्देश दिया है.
पटना प्रमंडल अंतर्गत सभी 6 जिलों में अब तक 455 लोग कोरोना से ठीक होकर विजय प्राप्त कर चुके हैं. पटना जिला में 236 व्यक्ति, रोहतास में 71, नालंदा में 65, बक्सर में 43, भोजपुर में 35 और कैमूर में 5 व्यक्ति कोरोना पर विजय प्राप्त कर ठीक हो चुके हैं. प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिला अधिकारी को ठीक हुए मरीजों से संबंधित रिपोर्ट प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया. इसके अलावा आयुक्त ने सभी जिलाधिकारी को अपने जिले में स्थित अस्पतालों/ मेडिकल कॉलेजों का नियमित निरीक्षण करने को कहा. इस क्रम में डॉक्टरों की रोस्टर ड्यूटी के अनुसार उपस्थिति, उनके कार्य, अस्पतालों की व्यवस्था की जांच करने और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
कंटेनमेंट जोन को प्रभावी बनाने का निर्देश
आयुक्त ने प्रत्येक जिला में कोविड-19 से संबंधित कार्य की सतत और प्रभावी मॉनिटरिंग करने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाने की बात कही. इसके अलावा सभी जिलाधिकारी को कोविड-19 से संबंधित कार्य की प्रभावी निगरानी करने का निर्देश दिया है. प्रमंडलीय आयुक्त ने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए व्यक्तियों की सूची तैयार करने को कहा. साथ ही पॉजिटिव व्यक्तियों की सुध लेने और उन्हें उचित चिकित्सा परामर्श उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. वहीं, कंटेनमेंट जोन को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया गया. इसके लिए सभी एसडीओ को कंटेनमेंट जोन का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया.
बोले प्रमंडलीय आयुक्त- सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर टेस्टिंग कार्य शुरू, जांच में आई ढाई गुना तेजी
प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर कोरोना की जांच शुरू करा दी गई है. वहीं, इसके अलावा आयुक्त ने प्रत्येक जिला में कोविड-19 से संबंधित कार्य की सतत और प्रभावी मॉनिटरिंग करने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाने की बात कही है.
पटना: जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर पर कोरोना जांच का कार्य शुरू हो चुका है. इसके साथ ही 1 सप्ताह के अंदर कोरोना जांच कार्य में ढाई गुना वृद्धि हुई है. प्रमंडल स्तर पर 1 सप्ताह में टेस्टिंग बढ़कर 5970 हो गया है. पटना में 2263, रोहतास में 998, नालंदा में 852, बक्सर में 687, कैमूर में 627 और भोजपुर में 543 व्यक्ति की कोरोना जांच की गई. पहले यह टेस्टिंग 2400 थी. आयुक्त संजय अग्रवाल ने सभी जिला अधिकारी को टेस्टिंग कार्य की गति को मेंटेन रखते हुए प्रगति लाने का निर्देश दिया है.
पटना प्रमंडल अंतर्गत सभी 6 जिलों में अब तक 455 लोग कोरोना से ठीक होकर विजय प्राप्त कर चुके हैं. पटना जिला में 236 व्यक्ति, रोहतास में 71, नालंदा में 65, बक्सर में 43, भोजपुर में 35 और कैमूर में 5 व्यक्ति कोरोना पर विजय प्राप्त कर ठीक हो चुके हैं. प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिला अधिकारी को ठीक हुए मरीजों से संबंधित रिपोर्ट प्रतिवेदित करने का निर्देश दिया. इसके अलावा आयुक्त ने सभी जिलाधिकारी को अपने जिले में स्थित अस्पतालों/ मेडिकल कॉलेजों का नियमित निरीक्षण करने को कहा. इस क्रम में डॉक्टरों की रोस्टर ड्यूटी के अनुसार उपस्थिति, उनके कार्य, अस्पतालों की व्यवस्था की जांच करने और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
कंटेनमेंट जोन को प्रभावी बनाने का निर्देश
आयुक्त ने प्रत्येक जिला में कोविड-19 से संबंधित कार्य की सतत और प्रभावी मॉनिटरिंग करने के लिए नियंत्रण कक्ष बनाने की बात कही. इसके अलावा सभी जिलाधिकारी को कोविड-19 से संबंधित कार्य की प्रभावी निगरानी करने का निर्देश दिया है. प्रमंडलीय आयुक्त ने नियंत्रण कक्ष के माध्यम से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए व्यक्तियों की सूची तैयार करने को कहा. साथ ही पॉजिटिव व्यक्तियों की सुध लेने और उन्हें उचित चिकित्सा परामर्श उपलब्ध कराने का निर्देश दिया. वहीं, कंटेनमेंट जोन को प्रभावी बनाने का निर्देश दिया गया. इसके लिए सभी एसडीओ को कंटेनमेंट जोन का नियमित निरीक्षण करने का निर्देश दिया.