पटना: बिहार में अवैध बालू खनन (Sand Mining) को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बिहार भाजपा प्रवक्ता ने अभी तक सरकार की मिली भगत से अवैध खनन (Illegal Mining) किये जाने का आरोप लगाया है. वहीं, जदयू नेता नीरज कुमार ने जवाब देते हुए कहा है कि जिसे अवैध खनन की जानकारी हो सबूत के साथ अपराध शाखा में दे कार्यवाई की जाएगी.
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बिहार में एनडीए गठबंधन की सरकार होने के बावजूद भाजपा और जदयू के बीच जुबानी जंग जारी है. जिसमें बालू के खनन पर दोनों पार्टियों की अलग-अलग राय है. भाजपा ने अवैध बालू खनन को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं. भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि बालू माफियाओं का सत्ता में बैठे लोगों के साथ गठजोड़ है.
भाजपा प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि खनन मंत्री जनक राम ने बालू माफियाओं पर शिकंजा कसा है. इसके लिए हम उन्हें बधाई देते हैं. बालू माफियाओं का अधिकारियों और सत्ता में बैठे लोगों के साथ गठजोड़ है. ज्यादातर अवैध उत्खनन में राजद के लोग लगे हैं और उनके रिश्ते सत्ता में बैठे लोगों के साथ हैं.
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भाजपा के बयान पर पलटवार करते हुए जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में गठबंधन की सरकार है और सरकार किसी को बचाती नहीं है. बिहार में डीजीपी भी जेल गए हैं. अगर अवैध उत्खनन को लेकर कोई सबूत किसी के पास है तो उन्हें आर्थिक अपराध इकाई में पेश करना चाहिए. अगर कोई दोषी होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.