पटना: विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री के समाधान यात्रा पर जमकर निशाना (Samrat Chaudhary targeted nitish kumar) साधा. उन्होंने कहा कि 18 साल हो गए अभी तक मुख्यमंत्री समस्याओं के समाधान में लगे हुए हैं. क्या क्या कुछ किए हैं, यह जनता को नहीं बता रहे हैं. ना ही जनता से वह सुन रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार में राजनीतिक तौर पर दो ही सामंती बचे हैं. एक नीतीश कुमार और दूसरा लालू प्रसाद. लालू यादव के परिवार ने 15 साल राज किया और नीतीश कुमार 18 साल से हैं.
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जनता की कोई परवाह नहींः जगदेव प्रसाद ने कहा था कि सौ में नब्बे शोषित है, नब्बे भाग हमारा है. उस तरह से इन दोनों नेताओं ने 35 साल तक शासन किया. यह दोनों सामंती हैं और इन्हें जनता की कोई परवाह नहीं है. उन्होंने कहा कि राज्य में अपराध बढ़ रहा है. भ्रष्टाचार का बोलबाला है. जिस तरह के हालात अभी बिहार में बने हुए हैं, जनता सब देख रही है. यही जनता आने वाले समय में इन लोगों को जवाब देने का काम करेगी. उन्होंने कहा कि बिहार सरकार को बालू माफिया और शराब माफिया चला रहे हैं. यहां तक कि प्रशासनिक अधिकारी भी उनकी नहीं सुन रहे हैं.
नीतीश का इकबाल खत्म हो गया: सम्राट चौधरी ने आईएएस अधिकारी केके पाठक के द्वारा बिहार प्रशासनिक अधिकारियों को गाली गलौज करने के मामले पर बोलते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इन बातों को सुने होंगे. उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने केके पाठक के निलंबन की मांग की. साथ ही उन्होंने कहा कि इस तरह की घटना से लग रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो गया है. कोई भी उनकी बात को नहीं सुन रहा है.
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मुख्यमंत्री को जवाब देना चाहिएः सम्राट चौधरी ने कहा कि वर्तमान में जो सरकार है वह बालू का धंधा करने वाले और दारू का धंधा करने वालों की बदौलत चल रही है. नीतीश कुमार शुरू से ही इस तरह की सरकार चलाते आ रहे हैं. यही कारण है कि बिहार में कुछ नहीं हो रहा है. कहने के लिए बहुत कुछ वह कह रहे हैं सच्चाई यही है कि बिहार की जनता भ्रष्टाचार से परेशान है. जिस लालू राज का विरोध करके उन्होंने सत्ता हासिल की थी आज उसी जंगलराज वाले के साथ चले गए हैं. यही कारण है कि बिहार की स्थिति ऐसी हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देना चाहिए कि कौन ऐसे हालात हुए हैं.