पटना: चुनावी समर में सभी राजनीतिक दल जोर आजमाइश में लगे हैं. इसके साथ ही मतदाताओं में भी वोटिंग को लेकर कई दिलचस्प बातें देखने को मिल रही है. शहरी मतदाताओं के मुकाबले ग्रामीण वोटरों में ज्यादा दिलचस्पी देखने को मिल रही है.
ग्रामीण क्षेत्रों के ज्यादा मतदाता
दूसरे चरण में 5 लोकसभा क्षेत्रों में हुए मतदान में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए है. ग्रामीण वोटर्स मतदान को लेकर शहरी वोटर की तुलना में ज्यादा जागरूक है. दूसरे चरण में हुए 5 लोकसभा सीटों में कुल 30 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. अगर विधानसभा क्षेत्रों के अनुसार देखा जाए तो ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्रों के ही मतदाता अपने घरों से निकल वोट डालने पहुंचे
बांका लोकसभा में उलट तस्वीर
18 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान हुआ था. इसमें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया, भागलपुर, और बांका लोकसभा क्षेत्रों में मतदान हुआ. बांका लोकसभा को छोड़ सभी लोकसभा में ग्रामीण मतदाताओं ने शहरी मतदाताओं को मात दे दी है.
विस्थापन है समस्या
चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए जागरूकता अभियान सहित कई कार्यक्रम चलाता हैं. इसके बावजूद शहरी मतदाताओं में वोटिंग को लेकर उदासीन रवैया खत्म होता नहीं दिख रहा. जानकारों की माने तो शहरों में वोटिंग प्रतिशत में गिरावट का प्रमुख कारण विस्थापन है. आयोग के अधिकारी भी कहते हैं कई शहरी क्षेत्र में रहने वाले मतदाताओं का नाम उनके पैतृक गांव में ही जुड़ा रहता है. इस कारण भी वैसे लोग वोटिंग नहीं कर पाते.
किशनगंज
शहरी विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
किशनगंज 65.27%
ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
ठाकुरगंज 70.01%
बाईसी 68.44%
कोचाधामन 65.88%
अमौर 64.42%
बहादुरगंज 65.14%
कटिहार
शहरी विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
कटिहार 64.24%
ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का मतदान
बरारी 69. 57%
मनिहारी 68.5%
प्राणपुर 69.84%
बलरामपुर 67.8%
कदुवा 66.6%
पूर्णिया
शहरी विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
पूर्णिया 63.50%
ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
कसबा 69. 63%
धमदाहा 65.2%
कोढ़ा 69.83%
रुपौली 62. 54%
बनमनखी 61. 79 %
भागलपुर
शहरी विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
भागलपुर 48.60%
ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
नाथनगर 57.07%
कहलगांव 61.61%
पीरपैंती 59.37%
गोपलपुर 57.5%
बिहपुर 55.4%
बांका
शहरी विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
बांका 63.1%
ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र का मतदान-
बेलहर 59.28%
कटोरिया 61.31%
अमरपुर 55.43%
सुल्तानगंज 53.49%
धौरैय्या 60.45%