पटनाः राज्य में लॉकडाउन के बीच अब तक तकरीबन 10 लाख प्रवासी लौट चुके हैं. जिनमें से कई लोग क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे हैं. वापस लौट रहे श्रमिकों को रोजगार देने के लिए सरकार कई योजनाओं पर काम कर रही है. इसे लेकर ग्रामीण विकास विभाग ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे 1 लाख श्रमिकों का जॉब कार्ड बना दिया है.
मनरेगा के तहत काम
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि जो भी मजदूर मनरेगा में काम करना चाहेंगे. सभी को काम दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि अभी तक तकरीबन 15 लाख श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम दिया गया है.
रोजगार सृजन योजनाएं
मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि मनरेगा के तहत जितने भी मजदूर काम चाहेंगे, सभी को मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि रोजगार सृजन के लिए सरकार और भी कई विचार कर रही है. मंत्री ने कहा कि अपने घर लौटे श्रमिकों को दो जून की रोटी के लिए किसी के सामने हाथ फैलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.
मजदूरों को मिलेगा काम
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2020- 21 में मनरेगा मद में 2,785 करोड़ रुपए हैं. बता दें कि विभाग जल जीवन हरियाली के तहत पौधारोपण, जल संरक्षण के लिए योजन, तालाब और पोखर की खुदाई समेत अन्य दूसरी योजनाओं के तहत मजदूरों को काम दे रही है. साथ ही इस दौरान सामाजिक दूरी, मास्क पहनना, साबुन या सैनिटाइजर इस्तेमाल का ध्यान रखा जा रहा है.