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रूपेश मर्डर केस: चिराग पासवान करेंगे परिजनों से मुलाकात, एक हफ्ते बाद भी पुलिस के हाथ खाली

इंडिगो के मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को आज एक सप्ताह हो चुका है. लेकिन अभी भी इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है. वहीं आज चिराग पासवान रूपेश के परिजनों से मुलाकात करेंगे.

रूपेश सिंह मर्डर केस
रूपेश सिंह मर्डर केस
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Published : Jan 19, 2021, 7:46 AM IST

Updated : Jan 19, 2021, 2:26 PM IST

पटना: इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को 7 दिन गुजर चुके हैं. लेकिन एक हफ्ते बाद भी पुलिस इस मामले में अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है. वहीं, इस हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने के लिए एसआईटी रविवार को बेऊर जेल गई थी. पुलिस रूपेश सिंह के मोबाइल की सीडीआर मिलने के बाद एसआईटी की टीम आईपीएस अधिकारियों से भी पूछताछ करने की कवायद में जुट गई है और 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

डिप्टी सीएम ने डीजीपी को लगाया फोन
रूपेश कुमार सिंह की हत्याकांड मामले को लेकर डिप्टी सीएम तारकिशोर ने डीजीपी को फोन लगाकर मामले की जानकारी ली. वहीं डीजीपी ने बताया कि जल्द ही इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली जाएगी.

चिराग का सरकार को अल्टीमेटम
रूपेश हत्याकांड को लेकर चिराग पासवान रूपेश के परिजनों से मिलेंगे. उन्होंने बिहार सरकार को 6 महीने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि बिहार में अपराध कम हो.

महिलाकर्मी से पूछताछ
गौरतलब हो कि 12 जनवरी को रूपेश सिंह की हत्या पेशेवर अपराधियों ने की थी. इस मामले को लेकर एसआईटी की टीम ने एयरलाइंस कंपनी में कार्यरत महिला से भी पूछताछ की है. किसी बात को लेकर महिलाकर्मी और रुपेश सिंह के बीच कुछ माह पहले विवाद हुआ था. इस कारण उस महिलाकर्मी ने इंडिगो एयरलाइंस की नौकरी छोड़ दी थी और दूसरे एयरलाइंस कंपनी को ज्वाइन कर लिया था. महिला से पूछताछ के दौरान एसआईटी की टीम ने उससे रूपेश सिंह से विवाद के कारण की जानकारी ली.

देखें रिपोर्ट.

इस मामले की तहकीकात की जा रही है. जिन लोगों से रूपेश का विवाद हुआ था उन सभी से पूछताछ की जा रही है. - संजय सिंह, आईजी रेंज

ये भी पढ़ें: पुलिस अब तक नहीं सुलझा पाई रूपेश हत्याकांड की गुत्थी, तेजस्वी ने की CBI जांच की मांग

पीएचईडी कार्यालय पहुंची पुलिस की टीम
दूसरी ओर पटना पुलिस की टीम सोमवार को जल संसाधन विभाग और पीएचईडी कार्यालय पहुंची. इन दोनों विभागों में रूपेश के ठेकेदारी से संबंधित बातों की जानकारी भी पुलिस की टीम ने ली. पुलिस को यह जानकारी मिली कि रूपेश 3 करोड़ से कम का ठेका लिया करता था. वह अपने भाई और बहनोई के नाम पर ठेकेदारी करता था. पुलिस अब यह पता लगाने में जुट गई है कि ठेकेदारी को लेकर रूपेश सिंह से किसी का विवाद हुआ था या नहीं. हालांकि रेंज आईजी संजय सिंह बताते हैं कि रुपेश हत्याकांड केस पूरी तरह से ब्लाइंड है. इस केस में शामिल कॉन्ट्रैक्ट किलर तक पहुंचने का प्रयास लगातार जारी है. हत्याकांड के कारण का पता लगाने की हर संभव कोशिश की जा रही है.

तेजस्वी ने की सीबीआई से जांच कराने की मांग
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रूपेश मर्डर केस के मामले में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रूपेश हत्याकांड में सूबे के रसूखदार लोगों का हाथ हो सकता है. इस मर्डर केस के तार नीतीश सरकार के किसी मंत्री से भी जुड़े हो सकते हैं. इसलिए वे मांग करते हैं कि इस केस को सीबीआई के हाथ में सौंप देना चाहिए.

रूपेश हत्याकांड: CDR से खुलेगा राज, SIT के रडार पर कई IPS अधिकारी!

कानून व्यवस्था पर नीतीश को घिरता देख पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय मैदान में उतर गए हैं. पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि बिहार में कही न कही संगठित अपराध हो रहा है. पैसों के लिये किसी का अपहरण नहीं किया जा रहा है. आपसी दुश्मनी को लेकर लोग एक-दूसरे की हत्या कर रहे है. इस प्रदेश में प्रति दिन सैकड़ों लोग अपने फरियाद को लेकर थाना जाते है. लेकिन जिसका जेब खाली हो उसके साथ पुलिस कैसा व्यवहार करती है यह किसी से छूपा नहीं है. 10 जनवरी को नगर थाना पुलिसकर्मियों के माध्यम से पकड़े गए दो शराब तस्करों में से एक कुख्यात था. उसके बाद भी पेशी के दौरान पुलिस ने उसे जानबूझकर भागने का मौका दिया. इस बात का खुलासा जांच रिपोर्ट में एसपी नीरज कुमार सिंह ने खुद किया है.

हत्याकांड को लेकर पूर्व डीजीपी ने जारी किया था बयान

रूपेश मर्डस केस में पटना पुलिस को मिले अहम सुराग, क्या प्लानिंग करके की गई हत्या?

रुपेश हत्याकांड में CCTV अहम सुराग!
बिहार की राजधानी पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. सूत्रों के अनुसार, सीसीटीवी कैमरे में मिले फुटेज के अनुसार अपराधियों ने एयरपोर्ट से ही रूपेश का पीछा करना शुरू कर दिया था. पूरे रास्ते अपराधी मौके की तलाश में थे. लेकिन रास्ता व्यस्त रहने से शूटरों ने हमला नहीं किया. इसके बाद जैसे ही रूपेश ने अपनी गाड़ी गली की ओर घुमायी, अपराधी सक्रिय हो गये. फिर गाड़ी के अपार्टमेंट के सामने रुकते ही शूटरों ने गोलियां दागनी शुरू कर दी. यह फुटेज पुलिस टीम के लिये तुरुप का पत्ता साबित हुआ है.

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भूरी आंख वाली लड़की की तलाश
दरअसल, रूपेश के साथ अक्सर एक लड़की देखी जाती थी. वो लड़की भी पटना एयरपोर्ट से ही जुड़ी हुई बताई जा रही है. एसआईटी को जिस लड़की की तलाश है, उसकी आंखें भूरी बताई जा रही है. वो पटना एयरपोर्ट से आधा किलोमीटर दूर राजा बाजार इलाके की रहने वाली बताई जा रही है. ये लड़की रूपेश की हत्या के बाद से एयरपोर्ट कार्यालय नहीं आ रही है. इसी लड़की की तलाश एसआईटी को है.

रूपेश हत्याकांड में कांट्रैक्ट किलर का है हाथ, संवेदशील है मामला लेकिन जल्द सुलझाएंगे: DGP

पुलिस को रूपेश के कुसुम विलास अपार्टमेंट के आसपास लगे एक कैमरे से सात बजकर एक मिनट का फुटेज हाथ लगा है. उसमें एक बाइक पर सवार दो युवक गाड़ी को ओवरटेक कर आगे बढ़ते दिखे हैं. पुलिस को आशंका है कि यही दोनों अपराधी थे. अपराधियों ने पहले से ही रूपेश के घर के रास्ते की भी रेकी की थी. उन्हें पता था कि घटना को अंजाम देने के बाद किस ओर से फरार होना है और वे फरार होने में कामयाब भी रहे.

साजिश करने वाला का क्या मकसद था?
अभी भी रूपेश हत्याकांड में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर वह शख्स कौन है, जिसने इतनी बड़ी साजिश रच डाली? साजिश करने वाला का क्या मकसद था? उनकी हत्या से किसको फायदा होने वाला था या किसका रूपेश ने नुकसान किया? 6 दिन बीत जाने के बाद भी एक भी शूटर को पुलिस क्यों नहीं पकड़ सकी? आखिर शूटर कहां भाग गए, जो इतनी बड़ी पुलिस टीम के रडार पर नहीं आ रहे?

पटना: इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या को 7 दिन गुजर चुके हैं. लेकिन एक हफ्ते बाद भी पुलिस इस मामले में अपराधियों तक नहीं पहुंच पाई है. वहीं, इस हत्याकांड की कड़ियां जोड़ने के लिए एसआईटी रविवार को बेऊर जेल गई थी. पुलिस रूपेश सिंह के मोबाइल की सीडीआर मिलने के बाद एसआईटी की टीम आईपीएस अधिकारियों से भी पूछताछ करने की कवायद में जुट गई है और 13 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

डिप्टी सीएम ने डीजीपी को लगाया फोन
रूपेश कुमार सिंह की हत्याकांड मामले को लेकर डिप्टी सीएम तारकिशोर ने डीजीपी को फोन लगाकर मामले की जानकारी ली. वहीं डीजीपी ने बताया कि जल्द ही इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली जाएगी.

चिराग का सरकार को अल्टीमेटम
रूपेश हत्याकांड को लेकर चिराग पासवान रूपेश के परिजनों से मिलेंगे. उन्होंने बिहार सरकार को 6 महीने अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि बिहार में अपराध कम हो.

महिलाकर्मी से पूछताछ
गौरतलब हो कि 12 जनवरी को रूपेश सिंह की हत्या पेशेवर अपराधियों ने की थी. इस मामले को लेकर एसआईटी की टीम ने एयरलाइंस कंपनी में कार्यरत महिला से भी पूछताछ की है. किसी बात को लेकर महिलाकर्मी और रुपेश सिंह के बीच कुछ माह पहले विवाद हुआ था. इस कारण उस महिलाकर्मी ने इंडिगो एयरलाइंस की नौकरी छोड़ दी थी और दूसरे एयरलाइंस कंपनी को ज्वाइन कर लिया था. महिला से पूछताछ के दौरान एसआईटी की टीम ने उससे रूपेश सिंह से विवाद के कारण की जानकारी ली.

देखें रिपोर्ट.

इस मामले की तहकीकात की जा रही है. जिन लोगों से रूपेश का विवाद हुआ था उन सभी से पूछताछ की जा रही है. - संजय सिंह, आईजी रेंज

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तेजस्वी ने की सीबीआई से जांच कराने की मांग
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रूपेश मर्डर केस के मामले में बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रूपेश हत्याकांड में सूबे के रसूखदार लोगों का हाथ हो सकता है. इस मर्डर केस के तार नीतीश सरकार के किसी मंत्री से भी जुड़े हो सकते हैं. इसलिए वे मांग करते हैं कि इस केस को सीबीआई के हाथ में सौंप देना चाहिए.

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कानून व्यवस्था पर नीतीश को घिरता देख पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय मैदान में उतर गए हैं. पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि बिहार में कही न कही संगठित अपराध हो रहा है. पैसों के लिये किसी का अपहरण नहीं किया जा रहा है. आपसी दुश्मनी को लेकर लोग एक-दूसरे की हत्या कर रहे है. इस प्रदेश में प्रति दिन सैकड़ों लोग अपने फरियाद को लेकर थाना जाते है. लेकिन जिसका जेब खाली हो उसके साथ पुलिस कैसा व्यवहार करती है यह किसी से छूपा नहीं है. 10 जनवरी को नगर थाना पुलिसकर्मियों के माध्यम से पकड़े गए दो शराब तस्करों में से एक कुख्यात था. उसके बाद भी पेशी के दौरान पुलिस ने उसे जानबूझकर भागने का मौका दिया. इस बात का खुलासा जांच रिपोर्ट में एसपी नीरज कुमार सिंह ने खुद किया है.

हत्याकांड को लेकर पूर्व डीजीपी ने जारी किया था बयान

रूपेश मर्डस केस में पटना पुलिस को मिले अहम सुराग, क्या प्लानिंग करके की गई हत्या?

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बिहार की राजधानी पटना एयरपोर्ट पर तैनात इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं. सूत्रों के अनुसार, सीसीटीवी कैमरे में मिले फुटेज के अनुसार अपराधियों ने एयरपोर्ट से ही रूपेश का पीछा करना शुरू कर दिया था. पूरे रास्ते अपराधी मौके की तलाश में थे. लेकिन रास्ता व्यस्त रहने से शूटरों ने हमला नहीं किया. इसके बाद जैसे ही रूपेश ने अपनी गाड़ी गली की ओर घुमायी, अपराधी सक्रिय हो गये. फिर गाड़ी के अपार्टमेंट के सामने रुकते ही शूटरों ने गोलियां दागनी शुरू कर दी. यह फुटेज पुलिस टीम के लिये तुरुप का पत्ता साबित हुआ है.

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भूरी आंख वाली लड़की की तलाश
दरअसल, रूपेश के साथ अक्सर एक लड़की देखी जाती थी. वो लड़की भी पटना एयरपोर्ट से ही जुड़ी हुई बताई जा रही है. एसआईटी को जिस लड़की की तलाश है, उसकी आंखें भूरी बताई जा रही है. वो पटना एयरपोर्ट से आधा किलोमीटर दूर राजा बाजार इलाके की रहने वाली बताई जा रही है. ये लड़की रूपेश की हत्या के बाद से एयरपोर्ट कार्यालय नहीं आ रही है. इसी लड़की की तलाश एसआईटी को है.

रूपेश हत्याकांड में कांट्रैक्ट किलर का है हाथ, संवेदशील है मामला लेकिन जल्द सुलझाएंगे: DGP

पुलिस को रूपेश के कुसुम विलास अपार्टमेंट के आसपास लगे एक कैमरे से सात बजकर एक मिनट का फुटेज हाथ लगा है. उसमें एक बाइक पर सवार दो युवक गाड़ी को ओवरटेक कर आगे बढ़ते दिखे हैं. पुलिस को आशंका है कि यही दोनों अपराधी थे. अपराधियों ने पहले से ही रूपेश के घर के रास्ते की भी रेकी की थी. उन्हें पता था कि घटना को अंजाम देने के बाद किस ओर से फरार होना है और वे फरार होने में कामयाब भी रहे.

साजिश करने वाला का क्या मकसद था?
अभी भी रूपेश हत्याकांड में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर वह शख्स कौन है, जिसने इतनी बड़ी साजिश रच डाली? साजिश करने वाला का क्या मकसद था? उनकी हत्या से किसको फायदा होने वाला था या किसका रूपेश ने नुकसान किया? 6 दिन बीत जाने के बाद भी एक भी शूटर को पुलिस क्यों नहीं पकड़ सकी? आखिर शूटर कहां भाग गए, जो इतनी बड़ी पुलिस टीम के रडार पर नहीं आ रहे?

Last Updated : Jan 19, 2021, 2:26 PM IST
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