पटना: विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री के जवाब का नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बहिष्कार कर दिया और सदन से वॉकआउट कर गए. तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री की पूरी बात नहीं सुनने पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी कभी सुनना नहीं चाहते हैं. लेकिन सही जानकारी के लिए उन्हें सुनना चाहिए और नए सदस्यों को तो जरूर सदन में रहना चाहिए.
यह भी पढ़ें:- लुंजपुंज सरकार के अनुकम्पा वाले मुख्यमंत्री हैं नीतीश कुमार : तेजस्वी यादव
बिहार विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर पहले तेजस्वी यादव ने सरकार पर कानून व्यवस्था और बेरोजगारी को लेकर जमकर निशाना साधा. वहीं उन्होंने कोरोना जांच में हो रही अनियमितता को लेकर भी सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए. लेकिन जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकार की ओर से उत्तर देना शुरु किया तो तेजस्वी यादव आधी बात सुनने के बाद अपने सभी सदस्यों के साथ सदन से वॉकआउट कर गए. सत्ता पक्ष के सदस्यों ने तेजस्वी के इस रवैया पर तंज कसा है. पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने कहा कि हमेशा तेजस्वी यादव महत्वपूर्ण मौकों पर रणछोड़ बन जाते हैं. वही मंत्री जीवेश कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव के सामने जब 2005 से पहले की तुलना की जाती है तो वो सुनना नहीं चाहते हैं.
पूर्णिया को उप राजधानी बनाए जाने की मांग
आरजेडी के साथ माले, कांग्रेस और बाद में एआईएमआईएम के सदस्यों ने भी सदन का बहिष्कार कर दिया. एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान का कहना है कि सीमांचल के विकास के लिए विशेष व्यवस्था की जाए. साथ ही उन्होंने पूर्णिया को उप राजधानी बनाए जाने की मांग की. वहीं मुख्यमंत्री ने इसे बेकार की बात बतायी और कहा कि ऐसा संभव नहीं है. वहीं अख्तरुल इमान ने कहा कि जब मुख्यमंत्री मेरी बात नहीं सुन रहे तो सदन में रहने का कोई मतलब नहीं था. इसलिए उन्होंने भी बहिष्कार कर दिया.
यह भी पढ़ें:- फल्गू नदी पर बन रहा बिहार का पहला रबर डैम, पिंडदानी को अब नहीं होगी दिक्कत
नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर कसा तंज
विपक्षी सदस्यों के सदन से बाहर निकलने के बाद भी नीतीश कुमार ने कानून व्यवस्था, उद्योग से लेकर कई मुद्दों पर सरकार का पक्ष रखा. सीएम ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण में जितनी बातें कही गई है वह सब सही है. विपक्ष को सुनना चाहिए, जिससे उन्हें जानकारी मिल सके. इससे पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर बिजली रेट को लेकर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री रहते हुए भी आप कुछ नहीं कर पाए. इसपर नीतीश कुमार ने कहा आपको जानकारी है तो दिखा दीजिएगा मुझे नहीं पता. ऐसे उस समय तो आप गोद में थे. हमने भी गोद में खिलाया है.