पटना: बिहार में हजारों-करोड़ों की योजनाओं पर काम चल रहा था, जो लॉक डाउन ठप हो गया. 20 अप्रैल को मिली छूट के बाद एक बार फिर इन योजनाओं पर काम शुरू किया गया है. लेकिन ये कछुए से भी धीमी चाल पर चल रहा है. दरअसल, इसकी मुख्य वजह मजदूरों का न मिलना भी है. पटना में ईटीवी भारत संवाददाता ने इन्हीं परियोजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लिया है.
गांधी सेतु और कोईलवर पुल के वन लेन का काम इसी महीने शुरू होना था. लॉकडाउन में मिली छूट के बाद काम तो शुरू हुआ है लेकिन अब इसके तैयार होने में समय लगेगा. वहीं, आर ब्लॉक दीघा पथ का काम भी शुरू हो गया है, जो बेहद ही धीमा चल रहा है. लेकिन गंगा पथ सहित कई बड़ी योजनाओं का काम अभी ठप पड़ा हुआ है.
प्रदेश की अन्य बड़ी परियोजनाएं
बक्सर गंगा पुल, राजेंद्र पुल मोकामा, आरा छपरा सड़क पुल, दीघा-सोनपुर रेल सड़क, अगवानी घाट सुल्तानगंज पुल, बक्सर में नया पुल भी बड़ी योजनाओं में से हैं. इसके अलावा कई छोटी योजनाएं भी चल रही है, जिस पर करोड़ों राशि खर्च हो रही है.
इस महीने पूरी होनी थीं 54 योजनाएं
कई योजना तो पहले से ही अपने लक्ष्य से काफी पीछे चल रही है, लॉक डाउन के कारण योजनाओं को पूरा होने में अब और समय लगेगा. पुल निर्माण निगम की 160 योजना पर काम चल रहा है. इसमें से 54 बड़ी योजनाओं को पूरा करने की तय तारीख अप्रैल थी.
क्या कहते हैं इंजीनियर
आर ब्लॉक दीघा पथ के सुपरवाइजर शिवशान्त कुमार ने बताया कि निर्माण बहुत तेजी से चल रहा था लेकिन लॉक डाउन के कारण काम ठप हो गया. अब फिर से काम शुरू हुआ है. अभी 60% स्ट्रैंथ से ही काम हो रहा है. आगे मानसून आने वाला है, ऐसे में मुसीबतें और बढ़ेगी. इस पथ का निर्माण कार्य मई-जून तक हो जाना था. अब यह कब तक पूरा होगा, यह कहा नहीं जा सकता.
एक साल का विलंब- पथ निर्माण मंत्री
पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव का कहना है कि लॉक डाउन में मिली छूट के बाद हम लोगों का पूरा ध्यान मानसून से पहले पूरी होने वाली बड़ी योजनाओं पर है. गांधी सेतु की एक लेन को जल्द पूरा करने की कोशिश हो रही है. वहीं, दीघा एम्स एलिवेटेड रोड और आर ब्लॉक दीघा पथ के साथ कोईलवर की सिक्स लेन पुल में से एक लेन जल्द से जल्द पूरा करने की कोशिश हो रही है. नंदकिशोर यादव का कहना है कि यदि मानसून से पहले यह काम पूरे नहीं हुए तो 1 साल का विलंब होगा.
लॉकडाउन इफैक्ट
बिहार में लॉकडाउन का विकास कार्यों पर जबरदस्त असर दिख रहा है. पथ निर्माण विभाग की 160 बड़ी योजनाओं का इसी साल पूरा होना था. लेकिन लॉक डाउन ने हजारों करोड़ की योजनाओं का बजट और पूरा होने का समय भी ही बढ़ा दिया है. बिहार में लॉक डाउन में बड़ी योजनाओं को ट्रैफिक की समस्या नहीं होने के कारण तेजी से पूरा किया जा सकता था.