पटनाः कृषि कानून के विरोध में किसान दिल्ली के बार्डर पर डटे हैं. वहीं विपक्षी दलों का भी किसानों को समर्थन मिल रहा है. कृषि कानून को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी पूरे बिहार में किसानों के बीच जाकर किसान चौपाल का आयोजन कर रही है. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक ने कहा है कि प्रदेश के सभी जिलों में पार्टी कार्यकर्ता द्वारा लगातार किसान चौपाल लगाया जा रहा है. चौपाल के माध्यम से नए कृषि कानून की खामियों को किसानों के बीच रखा जा रहा है.
24 फरवरी को महा किसान चौपाल का आयोजन
रालोसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता फजल इमाम मल्लिक का दावा है कि बड़ी संख्या में किसान रालोसपा के किसान चौपाल में भाग ले रहे हैं. निश्चित तौर पर जो नया कृषि कानून बना है. वह किसानों के हक में नहीं है. इसको लेकर हमारी पार्टी लड़ाई लड़ रही है और किसानों को भी अपने साथ ले रही है. उन्होंने बताया कि 24 फरवरी को पटना के नौबतपुर के अजबां पंचायत में महा किसान चौपाल का आयोजन किया जाएगा जहां रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी शिरकत करेंगे.
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नया कृषि कानून वापस हो
फजल इमाम मल्लिक ने साफ-साफ कहा कि नए किसी कानून में समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं दी गई है. कॉरपोरेट घराने को किसानों के जमीन को लेकर खेती करने की बात कही गई है. यह सब किसानों के लिए अच्छी नही है. बिहार के किसान अब नए कृषि कानून को जानने लगे है और हमारे पक्ष में आ गए हैं. हम चाहते है कि नया कृषि कानून वापस हो इसको लेकर हमारा अभियान तब तक चलता रहेगा, जब तक नया कृषि कानून वापस नही होता. अब हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा भी किसानों के बीच जाएंगे और हम 28 फरवरी तक किसान चौपाल लगाएंगे.