नई दिल्ली/पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री और रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि अभी तो श्याम रजक जेडीयू छोड़े हैं, अभी कई और मंत्री और विधायक जेडीयू छोड़ेंगे, क्योंकि जेडीयू डूबता हुआ नाव है. दरअसल, बिहार के उद्योग मंत्री रहे और जेडीयू के कद्दावर नेता श्याम रजक सोमवार को आरजेडी में शामिल हुए हैं. रविवार को ही उनको मंत्री पद से बर्खास्त किया गया था. वहीं इधर आरजेडी के विधायक रहे फराज फातमी, प्रेमा चौधरी और महेश्वर यादव सोमवार को जेडीयू में शामिल हुए हैं. बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही दल बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है.
'महागठबंधन में ही रहेंगे मांझी'
उपेंद्र कुशवाहा ने दावा किया कि पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी महागठबंधन छोड़कर एनडीए में नहीं जाएंगे. महागठबंधन में ही रहेंगे. उन्होंने कहा कि जीतन मांझी पहले एनडीए में रह चुके हैं, उनको अपमानित किया गया था, उनकी दुर्गति वहां हो गई थी. मेरी कई बार खुद मांझी जी से बात हुई है, वह महागठबंधन में ही रहेंगे.
'कुछ गलत नहीं कर रही है लोजपा'
गौरतलब हो कि मांझी तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट मानने को तैयार नहीं हैं. वो ज्यादा सीटों की भी मांग कर रहे हैं. लेकिन आरजेडी उनकी मांग को अनदेखी कर रही है. वहीं उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि एनडीए में एलजेपी और जेडीयू में तनातनी दिख रही है. लोजपा जिन मुद्दों को उठाकर नीतीश सरकार को घेर रही है. वह सब जनता के हित के मुद्दे हैं. लोजपा कुछ गलत नहीं कर रही है.
'नीतीश कुमार से मिले छुटकारा'
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जब बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा, तो उसके तुरंत बाद महागठबंधन में सीटों का बंटवारा भी हो जाएगा. महागठबंधन की तैयारी अच्छे से चल रही है. वहीं चुनाव आयोग ने कहा है कि बिहार में चुनाव समय पर होंगे. इस पर कुशवाहा ने कहा कि हम लोग भी चाहते हैं कि कोरोना काल में ही चुनाव हो जाए, ताकि जल्द से जल्द बिहार को नीतीश कुमार से छुटकारा मिले. जनता भी चाहती है कि समय पर चुनाव हो, ताकि वह नीतीश सरकार को हटा सके.