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जातीय जनगणना को लेकर RJD हुई आक्रामक, 7 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन

जातीय जनगणना (Caste Census) कराने की मांग को लेकर मुखर आरजेडी 7 अगस्त को तमाम जिला मुख्यालयों पर धरना देगा. प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता (Alok Mehta) ने सांसद-विधायकों के साथ सभी कार्यकर्ताओं को जोरदार प्रदर्शन के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है.

आरजेडी
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Published : Aug 2, 2021, 8:15 PM IST

पटना: देश भर में जातीय जनगणना (Caste Census) की मांग तेज हो गई है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) पिछले कुछ समय से इसको लेकर काफी मुखर दिख रही है. सदन में इसकी मांग करने के अलावे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) की अगुवाई में विपक्षी दलों के नेताओं ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मुलाकात भी की थी. अब पार्टी ने जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.

ये भी पढ़ें- जातीय जनगणना पर CM नीतीश ने स्वीकार किया तेजस्वी का प्रस्ताव, कहा- मिलने के लिए PM मोदी से मांगेंगे वक्त

आरजेडी आगामी 7 अगस्त को में जातीय जनगणना की मांग को लेकर राज्य के सभी जिलों में प्रदर्शन करेगा. पार्टी तमाम जिला मुख्यालयों पर धरना देगी और सरकार से जातीय जनगणना के साथ-साथ आरक्षण में बैकलॉग और मंडल आयोग की सभी अनुशंसा लागू करने मांग करेगी.

राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता ने इस संबंध में पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों, सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों और अन्य पार्टी पदाधिकारियों को पत्र लिखा है. जिसमें 7 अगस्त को मंडल दिवस मनाने और इस मौके पर सभी जिले के मुख्यालय की सड़कों पर प्रदर्शन के आयोजन को कहा है.

ये भी पढ़ें- 'जातीय जनगणना' और 'जनसंख्या नियंत्रण' पर NDA में उठने लगी 'चिंगारी', बोली RJD- 'हमारा स्टैंड क्लियर है'

आलोक मेहता के निर्देश के मुताबिक प्रदर्शन में मुख्य रूप से तीन मांगे होंगी, जिसके लिए प्रधानमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा जाएगा. इन तीन मांगों में जातीय जनगणना कराना, आरक्षण में बैकलॉग व्यवस्था लागू करना और मंडल आयोग की सभी अनुशंसा लागू करना शामिल है.

आपको बताएं कि 7 अगस्त 1990 को देश में बीपी मंडल आयोग की अनुशंसाओं को लागू किया गया था. आलोक मेहता ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान पर 7 अगस्त को सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण से बिहार के सभी जिलों में प्रदर्शन होगा. वहीं, पार्टी के इस निर्णय की जानकारी तेजस्वी यादव ने भी सोशल मीडिया पर दी है.

पटना: देश भर में जातीय जनगणना (Caste Census) की मांग तेज हो गई है. बिहार में मुख्य विपक्षी पार्टी आरजेडी (RJD) पिछले कुछ समय से इसको लेकर काफी मुखर दिख रही है. सदन में इसकी मांग करने के अलावे नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of Opposition Tejashwi Yadav) की अगुवाई में विपक्षी दलों के नेताओं ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से मुलाकात भी की थी. अब पार्टी ने जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.

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आरजेडी आगामी 7 अगस्त को में जातीय जनगणना की मांग को लेकर राज्य के सभी जिलों में प्रदर्शन करेगा. पार्टी तमाम जिला मुख्यालयों पर धरना देगी और सरकार से जातीय जनगणना के साथ-साथ आरक्षण में बैकलॉग और मंडल आयोग की सभी अनुशंसा लागू करने मांग करेगी.

राष्ट्रीय जनता दल के प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता ने इस संबंध में पार्टी के सभी जिलाध्यक्षों, सांसदों, पूर्व सांसदों, विधायकों, पूर्व विधायकों और अन्य पार्टी पदाधिकारियों को पत्र लिखा है. जिसमें 7 अगस्त को मंडल दिवस मनाने और इस मौके पर सभी जिले के मुख्यालय की सड़कों पर प्रदर्शन के आयोजन को कहा है.

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आलोक मेहता के निर्देश के मुताबिक प्रदर्शन में मुख्य रूप से तीन मांगे होंगी, जिसके लिए प्रधानमंत्री के नाम पर ज्ञापन सौंपा जाएगा. इन तीन मांगों में जातीय जनगणना कराना, आरक्षण में बैकलॉग व्यवस्था लागू करना और मंडल आयोग की सभी अनुशंसा लागू करना शामिल है.

आपको बताएं कि 7 अगस्त 1990 को देश में बीपी मंडल आयोग की अनुशंसाओं को लागू किया गया था. आलोक मेहता ने बताया कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आह्वान पर 7 अगस्त को सामाजिक न्याय के दृष्टिकोण से बिहार के सभी जिलों में प्रदर्शन होगा. वहीं, पार्टी के इस निर्णय की जानकारी तेजस्वी यादव ने भी सोशल मीडिया पर दी है.

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