पटना: बिहार में कोरोना (Corona Cases In Bihar) के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. 11 अगस्त को बिहार में 43 संक्रमित मिले थे और उसके बाद घटना शुरू हो गया था. लेकिन साढ़े 4 महीने बाद 29 दिसंबर को 77 पर यह आंकड़ा पहुंच गया और गुरुवार को यह 130 से ऊपर पहुंच गया है. ऐसे में विपक्ष सीएम नीतीश के समाज सुधार यात्रा पर जमकर निशाना साध रहा है.
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दूसरी लहर में राजनीतिक दलों की ओर से कार्यक्रम के कारण संक्रमण बढ़ा था. बिहार में एक बार फिर से राजनीतिक दलों का कार्यक्रम लगातार हो रहा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार अभियान यात्रा में हैं और इसमें भी बड़ी संख्या में भीड़ जुट रही है. विपक्ष भी कह रहा है कि, मुख्यमंत्री की यात्रा से कोरोना बढ़ने का खतरा है. मुख्यमंत्री को अपनी यात्रा रोक कर कोविड रोकथाम पर काम करना चाहिए.
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मुख्यमंत्री की यात्रा उस समय शुरू हुई थी जब, संक्रमण नियंत्रण में था. लेकिन 26 दिसंबर के बाद से लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. इस बार भी पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है. पटना सहित बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.
बिहार में 25 अगस्त को 31 नए संक्रमित मिले थे और 121 दिन के बाद 26 दिसंबर को 28 नए संक्रमित बिहार में मिले. वहीं साढ़े 4 महीने बाद 28 दिसंबर को यह आंकड़ा 47 तक पहुंच गया. ऐसे में मुख्यमंत्री की समाज सुधार यात्रा पर सवाल उठने लगे हैं. आरजेडी की ओर से निशाना भी साधा जा रहा है. विपक्ष का कहना है कि, मुख्यमंत्री का कोरोना नियंत्रण की जगह समाज सुधार यात्रा करना सही नहीं है. इससे कोरोना बढ़ने का खतरा है.
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आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद का कहना है कि, मुख्यमंत्री ने खुद आईएमए की बैठक में कहा था कि, बिहार में तीसरी लहर आ चुकी है. ऐसे में उनको डॉक्टरों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तैयार करनी चाहिए.
"बिहार में तीसरे लहर के लिए जो संसाधन चाहिए उस पर काम करने की सीएम को जरूरत है क्योंकि पहले और दूसरे लहर में सरकार के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई थी. सीएम को समाज सुधार यात्रा को रोक देना चाहिए."- एजाज अहमद, प्रवक्ता,आरजेडी
वहीं जदयू ने भी आरजेडी पर पलटवार किया है. जदयू प्रवक्ता अरविंद निषाद का कहना है कि, आरजेडी का काम ही है हर चीज पर सवाल खड़ा करना. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में कोविड-19 का पूरी तरह पालन किया जाता है और जांच पड़ताल के बाद ही कार्यक्रम में जाने की अनुमति है.
"आरजेडी तो सवाल खड़े करने के लिए ही है. उनके नेता भी बेरोजगारी यात्रा पर निकले हुए हैं. लेकिन अपनी यात्रा की स्थिति और तस्वीर अभी तक पार्टी ने साफ नहीं की है. सीएम की यात्रा में कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ख्याल रखा जाता है."- अरविंद निषाद, प्रवक्ता, जदयू
बिहार में बढ़ रहे कोरोना के मामले
तारीख | मामले |
26 दिसंबर | 28 |
27 दिसंबर | 26 |
28 दिसंबर | 47 |
29 दिसंबर | 77 |
30 दिसंबर | 132 |
राजधानी पटना सहित कई प्रमुख शहरों में कोरोना के मामले पिछले 1 सप्ताह के दौरान लगातार बढ़ रहे हैं. कोरोना संक्रमण का खतरा और नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने लोगों को डराना शुरू कर दिया है. ऐसे में सूत्र बता रहे हैं कि, मुख्यमंत्री की समाज सुधार अभियान यात्रा को लेकर भी चर्चा शुरू है. मुख्यमंत्री की यात्रा अब 4 जनवरी को होगी. ऐसे में आगे की रणनीति के लिए समय मिल गया है और यदि लगातार कोरोना के मामले बढ़े तो, मुख्यमंत्री की यात्रा पर ग्रहण लगना तय है.
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