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बिहार सरकार के दावे खोखले, ग्रामीण इलाकों में पूरी तरह फैल चुका है संक्रमण: RJD

राजद ने राज्य में कोरोना महामारी की स्थिति को लेकर बिहार सरकार पर निशाना साधा है. राजद प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने इस आपात स्थिति में ग्रामीण आबादी को भगवान भरोसे छोड़ दिया है. ग्रामीण इलाकों में कोरोना भयंकर रूप से फैल चुका है. इसलिए सराकर को पर्याप्त मेडिकल संसाधन मुहैया करवाना चाहिए.

RJD Spokesperson Nawal Kishore
RJD Spokesperson Nawal Kishore
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Published : May 20, 2021, 6:20 PM IST

नई दिल्ली/पटना: बिहार में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है. अब संक्रमण का असर ग्रामीण एरिया में फैलने लगा है. ग्रामीण इलाकों में लोगों के इलाज और संक्रमण पर रोक लगाने को लेकर राजद ने बिहार सरकार पर हमला बोला है. साथ ही राजद ने सरकार पर कोरोना आंकड़े कम कर बताने का आरोप लगाया है.

ये भी पढ़ें- EXCLUSIVE: बोले स्वास्थ्य मंत्री- बीमारी से निपटने में बिहार सक्षम, महामारी से जंग की बड़ी तैयारी जारी

राजद प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि बिहार में 80 फीसदी लोग गांव में रहते हैं. बिहार के ग्रामीण इलाकों में कोरोना भयंकर रूप से फैल चुका है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. गांव में लोगों का कोरोना टेस्ट नहीं हो पा रहा है. ग्रामीण इलाकों में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा नहीं है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. बिहार सरकार ने इस आपात स्थिति में ग्रामीण आबादी को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

नवल किशोर, प्रवक्ता, राजद

स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना
इसके अलावा नवल किशोर ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर निशाना साधते हुए कहा कि मंगल पांडेय बोल रहे हैं कि बिहार ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया है. पूरे राज्य में मामले कम आ रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. बिहार सरकार को आंकड़ों के हेरा-फेरी करने में महारत हासिल है. कोरोना के कारण राज्य में स्थिति बदतर है.

पर्याप्त मेडिकल संसाधन मुहैया करवाने की मांग
प्रवक्ता नवल किशोर ने बिहार सरकार से ग्रामीण एरिया में बड़े स्तर पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने और पर्याप्त मेडिकल संसाधन मुहैया करवाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को गुमराह करने के बाजाय स्वास्थ्य मंत्री को गांव पर ध्यान देना चाहिए.

बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या में इजाफा
बता दें कि बिहार सरकार संक्रमण के रफ्तार में कमी का दावा कर रही है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के कोरोना टेस्ट को लेकर लगातार सवाल उठ रहा है. साथ ही बिहार सरकार पर कोरोना मरीजों के आंकड़े को कम करके बताने का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं, बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. बिहार में 50 दिन के अंदर 2565 लोगों की मौत हुई है. इसमें 85 डॉक्टर भी शामिल हैं. डॉक्टरों की मौत का तो पूरे देश भर में रिकॉर्ड टूटा है. इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों की मौत किसी भी राज्य में नहीं हुई है.

राज्य में कोरोना संक्रमण दर 4.32 फीसदी
सरकारी आंकड़ों की बात करें तो बिहार में पिछले 24 घंटे में 6059 मामले सामने आए हैं. वहीं, 104 लोगों की मौत हुई है. बीते 24 घंटे में 1 लाख 40 हजार 102 सैंपल की जांच की गई. राज्य में कोरोना की संक्रमण दर 4.32 फीसदी हो गई है. कोविड के कुल मामले 670174 हैं. अबतक 595377 लोग ठीक हुए हैं.

नई दिल्ली/पटना: बिहार में कोरोना महामारी का प्रकोप जारी है. अब संक्रमण का असर ग्रामीण एरिया में फैलने लगा है. ग्रामीण इलाकों में लोगों के इलाज और संक्रमण पर रोक लगाने को लेकर राजद ने बिहार सरकार पर हमला बोला है. साथ ही राजद ने सरकार पर कोरोना आंकड़े कम कर बताने का आरोप लगाया है.

ये भी पढ़ें- EXCLUSIVE: बोले स्वास्थ्य मंत्री- बीमारी से निपटने में बिहार सक्षम, महामारी से जंग की बड़ी तैयारी जारी

राजद प्रवक्ता नवल किशोर ने कहा कि बिहार में 80 फीसदी लोग गांव में रहते हैं. बिहार के ग्रामीण इलाकों में कोरोना भयंकर रूप से फैल चुका है. ग्रामीण क्षेत्र के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. गांव में लोगों का कोरोना टेस्ट नहीं हो पा रहा है. ग्रामीण इलाकों में आरटीपीसीआर टेस्ट की सुविधा नहीं है. ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमराई हुई है. बिहार सरकार ने इस आपात स्थिति में ग्रामीण आबादी को भगवान भरोसे छोड़ दिया है.

नवल किशोर, प्रवक्ता, राजद

स्वास्थ्य मंत्री पर निशाना
इसके अलावा नवल किशोर ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर निशाना साधते हुए कहा कि मंगल पांडेय बोल रहे हैं कि बिहार ने कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पा लिया है. पूरे राज्य में मामले कम आ रहे हैं. लेकिन ऐसा नहीं है. बिहार सरकार को आंकड़ों के हेरा-फेरी करने में महारत हासिल है. कोरोना के कारण राज्य में स्थिति बदतर है.

पर्याप्त मेडिकल संसाधन मुहैया करवाने की मांग
प्रवक्ता नवल किशोर ने बिहार सरकार से ग्रामीण एरिया में बड़े स्तर पर आरटीपीसीआर टेस्ट करवाने और पर्याप्त मेडिकल संसाधन मुहैया करवाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों को गुमराह करने के बाजाय स्वास्थ्य मंत्री को गांव पर ध्यान देना चाहिए.

बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या में इजाफा
बता दें कि बिहार सरकार संक्रमण के रफ्तार में कमी का दावा कर रही है. लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के कोरोना टेस्ट को लेकर लगातार सवाल उठ रहा है. साथ ही बिहार सरकार पर कोरोना मरीजों के आंकड़े को कम करके बताने का आरोप लगाया जा रहा है. वहीं, बिहार में कोरोना से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. बिहार में 50 दिन के अंदर 2565 लोगों की मौत हुई है. इसमें 85 डॉक्टर भी शामिल हैं. डॉक्टरों की मौत का तो पूरे देश भर में रिकॉर्ड टूटा है. इतनी बड़ी संख्या में डॉक्टरों की मौत किसी भी राज्य में नहीं हुई है.

राज्य में कोरोना संक्रमण दर 4.32 फीसदी
सरकारी आंकड़ों की बात करें तो बिहार में पिछले 24 घंटे में 6059 मामले सामने आए हैं. वहीं, 104 लोगों की मौत हुई है. बीते 24 घंटे में 1 लाख 40 हजार 102 सैंपल की जांच की गई. राज्य में कोरोना की संक्रमण दर 4.32 फीसदी हो गई है. कोविड के कुल मामले 670174 हैं. अबतक 595377 लोग ठीक हुए हैं.

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