पटना: बिहार में चल रहे वर्तमान राजनीतिक हालात पर बोलते हुए जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान कहा था बिहार में आज बीजेपी से जदयू के संबंध तो जरूर ठीक हैं. लेकिन कल क्या होगा, यह कोई नहीं जानता.
दरअसल अरुणाचल प्रदेश में जदयू के 6 विधायक जिस तरह से बीजेपी में शामिल हो गए थे, उसको लेकर जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इस तरह के बयान दिए थे.
राजद प्रवक्ता ने किया समर्थन
वशिष्ठ नारायण सिंह के बयान का समर्थन करते हुए राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि वशिष्ठ नारायण सिंह वरिष्ठ राजनेता हैं. उनके द्वारा दिए गए बयानों को जनता और पार्टी गंभीरता से लेती है. साफ तौर से वशिष्ठ नारायण सिंह सहित सभी जदयू नेताओं का दर्द अरुणाचल प्रदेश में हुए घटना के बाद देखने को मिल रहा है.
"जिस तरह का राजनैतिक समीकरण बीजेपी और जदयू के द्वारा बनाया गया था, उसका परिणाम अब देखने को मिल रहा है. आज हालात यह है कि आज जदयू और बीजेपी के नेता एक दूसरे से ही भिड़े हुए नजर आ रहे हैं"- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
बता दें बिहार के राज्यपाल फागू चौहान और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अमित शाह की सोमवार को मुलाकात हुई थी. इस मामले पर राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इस मुलाकात के बाद आगे-आगे देखिए होता है क्या.
"एक बात तो तय है कि वेंटिलेटर और आईसीयू के सहारे चल रही यह सरकार अपने अंतर कलह के कारण ही गिर जाएगी. किसी भी समय तेजस्वी यादव के नेतृत्व में एक बार फिर से नई सरकार बन सकती है"- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
साल 2021 में तेजस्वी को मुख्यमंत्री और 2024 में नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री बनाने के सवाल पर राजद प्रवक्ता ने कहा कि यह पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं की निजी राय है. पार्टी की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान इस मामले पर जारी नहीं किया गया है. वहीं मुख्यमंत्री नीतीश के राजद समर्थन मामले पर उन्होंने कहा कि राजनीति संभावनाओं का खेल है और संभावनाओं के द्वार हमेशा खुले रहते हैं. राजनीति में कल क्या हो इसकी गारंटी कोई नहीं दे सकता.