पटना: कृष बिल पर किसानों का विरोध लगातार जारी है. केंद्र सरकार और किसानों के बीचे सकारत्मक बातचीत नहीं हो पा रही. विपक्ष के लिए किसान आंदोलन इस वक्त का सबसे बड़ा मुद्दा है. जिसे भुनाने की पूरी कोशिश भी हो रही है. इसी कड़ी में आरजेडी ने एक बार फिर से केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला.
'किसानों से सकारात्मक बातचीत ना होना देश का दुर्भागय'
राष्ट्रीय जनता दल प्रवक्ता ने केंद्र सरकार पर तंज कसा है. और कहा कि कड़ाके की ठंड में जिस तरह से हजारों की संख्या में किसान अपनी मांग को लेकर सड़क पर हैं निश्चित तौर पर सरकार उनसे सकारात्मक बातचीत नहीं कर रही है. यह देश के लिए दुर्भाग्य की बात है कि अन्नदाता की मांग को भी केंद्र सरकार अनसुना कर रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि अब कहीं ना कहीं इस आंदोलन को भटकाने की कोशिश की जा रही है और सत्ता में बैठे लोग इसे चीन और पाकिस्तान से जोड़ रहे हैं.
'देश की जनता देख रही है कि किसानों के वाजिब मांग को किस तरह से अनसुना किया जा रहा है. किस तरह सरकार नए नए बहाना बनाकर इस आंदोलन को खत्म करना चाहती है. सच्चाई यह है कि नया कृषि विधेयक किसान विरोधी है. और इसे वापस करने से ही किसानों की भलाई हो सकती है. जिस तरह का व्यवहार आज आंदोलन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार कर रही है किसान सूद ब्याज के साथ इसका बदला लेंगे.'- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता