पटना: बिहार में एक तरफ वीआईपी चीफ मुकेश सहनी (VIP Chief Mukesh Sahni) के बयान से चर्चाओं का बाजार गर्म है, वहीं दूसरी तरफ देर शाम आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी (RJD spokesperson Mrityunjay Tiwari) ने उनके आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की है. ऐसे में तमाम तरह के सवाल उठने लगे हैं. ये चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि क्या वास्तव में सहनी का एनडीए से मोहभंग हो गया है और वे महागठबंधन में वापसी करना चाहते हैं. वहीं, मुलाकात के बाद बाहर निकलकर आरजेडी नेता ने कहा कि खरमास बाद तो बिहार में खेला शुरू हो ही चुका है.
ये भी पढ़ें: कभी पीठ में छुरा घोंपने का आरोप लगाकर छोड़ा था तेजस्वी का साथ, क्या फिर महागठबंधन में वापस होंगे मुकेश सहनी?
हालांकि मुकेश सहनी से हुई मुलाकात को लेकर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी बहुत कुछ बताने से बचते दिखे. उन्होंने इसे खिलाड़ियों से संबंधित विषयों को लेकर हुई मुलाकात बताया है, लेकिन इस मुलाकात के बाद एक बार फिर सियासी गलियारों में कई तरह की चर्चा शुरू हो गई है.
याद दिलाएं कि कुछ दिन पहले भी मृत्युंजय तिवारी ने जेडीयू संसदीय दल के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की थी. फिर आज मुकेश सहनी से मुलाकात के बाद इस बात की आशंका गहरा गई है कि कुछ ना कुछ तो अंदर ही अंदर सियासी खिचड़ी पक रही है, जिसकी चर्चा अक्सर आरजेडी नेता कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने तेजस्वी यादव को बताया छोटा भाई, कहा- खिचड़ी पकेगी तो सभी खायेंगे
यहां ये बताना भी बेहद जरूरी हो जाता है कि मंगलवार को ही बिहार सरकार में मंत्री मुकेश सहनी वे लालू यादव और तेजस्वी यादव की तारीफ की थी. तेजस्वी को अपना छोटा भाई बताते हुए उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी थी. साथ ही आरजेडी के 'खेला होबे' के दावे पर मुस्कुराते हुए कहा था कि अगर खेला होगा और खिचड़ी पकेगी तो सभी लोग मिलकर खाएंगे. उन्होंने ये भी कहा कि देखते जाइये आगे होता है क्या.
वहीं, तेजस्वी की तारीफ करने के बाद बीजेपी नेता और मंत्री नीरज कुमार सिंह (Minister Neeraj Kumar Singh) ने तल्ख लहजे में कहा कि अगर फिर से उनका मन डोल रहा है तो उन्हें पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्होंने कहा कि जब वो हमारे गठबंधन में आए थे तब आरजेडी से ही आए थे और चिल्ला-चिल्लाकर कहते थे कि उनके पीठ में छुरा घोंप दिया. मुझे लगता है कि उनको ये बात याद रखनी चाहिए. हमारी सरकार में मंत्री हैं वो, इसलिए उनको सोच-समझकर बोलना चाहिए. क्या मुकेश सहनी महागठबंधन में एक और विश्वासघात झेलने की तैयारी कर चुके हैं.
ये भी पढ़ें: क्या फिर साथ आएंगे लालू-नीतीश, एनडीए विवाद के बीच मौके की तलाश में RJD
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP