पटना: बिहार में आरजेडी विधायक व पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर के सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) पर दिए विवादित बयान के बाद जेडीयू और आरजेडी के बीच तलवारें खिंच गई हैं. सुधाकर सिंह लगातार नीतीश कुमार पर हमलावर हैं, जिसे लेकर जेडीयू भी अब आक्रामक हो गई है. इस बीच, मंगलवार राजधानी के सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में नीतीश कुमार की महत्वकांक्षा परियोजना 'जन जीवन हरियाली योजना' (Nitish Kumar jal jeewan hariyali mission) की चौथी वर्षगांठ आयोजित की गई थी. लेकिन इस कार्यक्रम में न आरजेडी का कोई मंत्री मौजूद था और न ही खुद तेजस्वी यादव कार्यक्रम में शरीक (RJD Skips Nitish jal jeewan hariyali mission) हुए थे, ऐसे में इन कयासों को बल मिल रहा है कि महागठबंधन के दो दल जेडीयू और आरजेडी में सब कुछ ठीक नहीं है.
ये भी पढ़ें: 'कुछ लोगों को लगता है स्वर्ग का रास्ता PM की कुर्सी से होकर गुजरता है', सुधाकर का नीतीश पर निशाना
'बिहार में जेडीयू आरजेडी में सबकुछ ठीक नहीं' : वहीं राज्यसभा सांसद व बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी (BJP Leader Sushil Kumar Modi) ने कहा कि मुख्यमंत्री पर पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह के हमलों और उनके कार्यक्रम के आरजेडी मंत्रियों के 'बहिष्कार' के बाद महागठबंधन (Mahagathbandhan) के भीतर लड़ाई अब सार्वजनिक डोमेन में (All Is Not Well In Bihar Grand Alliance ) आ गई है. सुशील कुमार मोदी ने दावा किया कि अब आरजेडी नेता लड़ाई को और तेज करेंगे और तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने के बाद ही यह लड़ाई खत्म होगी.
"अब महागठबंधन में केवल दो विकल्प बचे हैं. पहला विकल्प यह है कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद जद-यू को तोड़कर तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनाएं. दूसरा विकल्प नीतीश कुमार को केंद्र की राजनीति करने के लिए भेजें और राज्य पर शासन करने के लिए तेजस्वी यादव को प्रभार सौंप दें. तेजस्वी यादव को जवाब देना चाहिए कि उन्होंने और उनके मंत्रियों ने जन जीवन हरियाली कार्यक्रम का बहिष्कार क्यों किया." - सुशील कुमार मोदी, बीजेपी नेता
कुशवाहा की नसीहत- 'तेजस्वी यादव जी, जरा देखिए' : पिछले कुछ दिनों से महागठबंधन के दो घटक दल आरजेडी और जेडीयू में तल्खी ने बिहार की राजनीतिक पारा गर्म कर दिया है. दरअसल, एक इंटरव्यू के दौरान आरजेडी विधायक व पूर्व कृषि मंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए को शिखंडी और नाइट वॉचमैन जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था, जिसके बाद जेडीयू नेता ने सुधाकर पर कार्रवाई की मांग कर दी थी. सुधाकर सिंह के बयान पर जेडीयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन उपेन्द्र कुशवाहा ने पलटवार किया और तेजस्वी को अपने विधायक को समझाने के लिए कहा.
''तेजस्वी यादव जी, जरा गौर से देखिए सुनिए अपने एक माननीय विधायक के बयान को. उन्हें बताइए कि राजनीति में भाषाई मर्यादा की बड़ी अहमियत होती है. वे उस शख्सियत को शिखंडी कह रहें हैं, जिन्होंने बिहार को उस खौफनाक मंजर से मुक्ति दिलाने की मर्दानगी दिखाई थी. वह भी तब जब उसके खिलाफ कुछ भी बोलने के पहले लोग दाएं-बाएं झांक लेते थे.'' - उपेन्द्र कुशवाहा, जेडीयू संसदीय बोर्ड के चेयरमैन
सुधाकर सिंह पर बोले सीएम नीतीश: उपेन्द्र कुशवाहा के बाद जब यह सुधाकर सिंह के बयान को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके (सुधाकर) सिंह के बयान को कोई नोटिस नहीं लेता है. नीतीश ने कहा कि यह आरजेडी का आंतरिक मामला है. और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता हूं. अगर कोई कुछ कहता है, तो उसे पार्टी के शीर्ष नेता देखेंगे. मैं ऐसे नेताओं पर ध्यान नहीं देता, जिनके बयान का कोई मतलब नहीं है.
क्या करेंगे तेजस्वी यादव? : अब गेंद तेजस्वी यादव के पाले में थी. मंगलवार शाम पटना लौटे तेजस्वी यादव से जब सुधाकर सिंह को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो कोई सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ भी बोलेगा, उसे 'बीजेपी का एजेंट' माना जाएगा. उन्होंने कहा, इसमें कोई शक नहीं कि अगर कोई सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ कुछ कहता है, तो माना जाएगा कि वह बीजेपी के एजेंडे के तहत काम कर रहा है.
''नई दिल्ली में आरजेडी के पिछले सत्र के दौरान हमने फैसला किया था कि गठबंधन पर बयान देने के लिए मैं और लालू जी अधिकृत हैं. लेकिन अगर कोई नीतीश के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करता है, तो हम उनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात लालू जी के संज्ञान में लाएंगे.'' - तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता