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Action on Sudhakar Singh: नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा महंगा, RJD ने सुधाकर सिंह को भेजा नोटिस - आरजेडी महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह की मुश्किलें बढ़ने वाली है. उनके बयानों से नाराज राष्ट्रीय जनता दल अब उनके खिलाफ कार्रवाई के मूड में नजर आ रहा है. यही वजह है कि आरजेडी महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी ने नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा है.

सुधाकर सिंह को आरजेडी का नोटिस
सुधाकर सिंह को आरजेडी का नोटिस
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Published : Jan 18, 2023, 8:30 AM IST

Updated : Jan 18, 2023, 11:52 AM IST

आरजेडी महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी

पटना: आरजेडी ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस भेजा (RJD Sent Notice to Former Minister Sudhakar Singh) है. महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी ने नोटिस भेजकर कड़े शब्दों में कहा कि पूर्व मंत्री ने अपने बयान से न केवल गठबंधन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन किया है, बल्कि उनके बयान से आरजेडी का एक बड़ा वर्ग आहत हुआ है. ऐसे में पार्टी क्यों नहीं उनको खिलाफ कार्रवाई करे?

ये भी पढ़ें: Sudhakr Singh On Nitish : 'बिहार में लूट का मॉडल डेवलप हो रहा है, इसका जिम्मेवार नीतीश कुमार'

15 दिनों में सुधाकर सिंह से मांगा जवाब: आरजेडी महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी के नोटिस में बेहद ही कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. सिद्दीकी ने लिखा, "आपके बयान लगातार उन ताकतों को बल देते हैं, जो संविधान को रौंदकर न्याय, सौहार्द और समानता की पैरोकारी के समाप्त करना चाहते हैं. आपके बयान ने राजद के बड़े वर्ग को आहत किया है. आपके आपत्तिजनक बयान देश, प्रदेश और राजद के एक बड़े वर्ग को आहत कर रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल के संविधान की धारा 35 के नियम 22 के तहत आप कृपया 15 दिनों के अंदर यह स्पष्टीकरण दें कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए?"

"ऐसा है कि उनको (सुधाकर सिंह) पत्र भेजा गया है. वो पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के आलोक में दिया गया है. पार्टी के संविधान के तहत दिया गया है. 15 दिनों के अंदर उनको जवाब देना है. जवाब जो भी आता है या नहीं आता है तो उसके लिए भी पार्टी संविधान में प्रावधान किया गया है कि क्या करना है"- अब्दुल बारी सिद्दीकी, महासचिव, आरजेडी

नीतीश कुमार पर सुधाकर सिंह मुखर: दरअसल, सुधाकर सिंह जब मंत्री बने थे, तब उन्होंने कृषि विभाग में भ्रष्टाचार को सार्वजनिक तौर पर कबूला था. उन्होंने कहा था कि उनके विभाग के सभी अधिकारी चोर हैं और वह चोरों के सरदार हैं. उनकी बयानबाजी के बाद जब विवाद बढ़ा तो उनको कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मंत्रिमंडल से हटने के बाद भी वह शांत नहीं हुए और लगातार बयानबाजी करते रहे. उनके निशाने पर सीएम नीतीश कुमार रहते हैं. सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री को 'शिखंडी' तक बता दिया. जिसके बाद से जेडीयू उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.

सुधाकर पर कार्रवाई को लेकर तेजस्वी ने क्या कहा था?: वहीं जेडीयू की मांग पर जब विवाद गहराने लगा तो तेजस्वी यादव को सामने आना पड़ा. उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व यानी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के संज्ञान में सारी बातें हैं. जल्द ही जरूरी कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन को तोड़ने वालों और बीजेपी को मदद करने वाले लोगों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. आपको बताएं कि सुधाकर सिंह आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं और रामगढ़ से विधायक हैं.

ये भी पढ़ें: सुधाकर सिंह का दिमागी संतुलन गड़बड़ा गया है, उनके बयान को नोटिस नहीं लेते: JDU

आरजेडी महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी

पटना: आरजेडी ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस भेजा (RJD Sent Notice to Former Minister Sudhakar Singh) है. महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी ने नोटिस भेजकर कड़े शब्दों में कहा कि पूर्व मंत्री ने अपने बयान से न केवल गठबंधन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन किया है, बल्कि उनके बयान से आरजेडी का एक बड़ा वर्ग आहत हुआ है. ऐसे में पार्टी क्यों नहीं उनको खिलाफ कार्रवाई करे?

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15 दिनों में सुधाकर सिंह से मांगा जवाब: आरजेडी महासचिव अब्दुलबारी सिद्दीकी के नोटिस में बेहद ही कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया गया है. सिद्दीकी ने लिखा, "आपके बयान लगातार उन ताकतों को बल देते हैं, जो संविधान को रौंदकर न्याय, सौहार्द और समानता की पैरोकारी के समाप्त करना चाहते हैं. आपके बयान ने राजद के बड़े वर्ग को आहत किया है. आपके आपत्तिजनक बयान देश, प्रदेश और राजद के एक बड़े वर्ग को आहत कर रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल के संविधान की धारा 35 के नियम 22 के तहत आप कृपया 15 दिनों के अंदर यह स्पष्टीकरण दें कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए?"

"ऐसा है कि उनको (सुधाकर सिंह) पत्र भेजा गया है. वो पत्र राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के आलोक में दिया गया है. पार्टी के संविधान के तहत दिया गया है. 15 दिनों के अंदर उनको जवाब देना है. जवाब जो भी आता है या नहीं आता है तो उसके लिए भी पार्टी संविधान में प्रावधान किया गया है कि क्या करना है"- अब्दुल बारी सिद्दीकी, महासचिव, आरजेडी

नीतीश कुमार पर सुधाकर सिंह मुखर: दरअसल, सुधाकर सिंह जब मंत्री बने थे, तब उन्होंने कृषि विभाग में भ्रष्टाचार को सार्वजनिक तौर पर कबूला था. उन्होंने कहा था कि उनके विभाग के सभी अधिकारी चोर हैं और वह चोरों के सरदार हैं. उनकी बयानबाजी के बाद जब विवाद बढ़ा तो उनको कृषि मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मंत्रिमंडल से हटने के बाद भी वह शांत नहीं हुए और लगातार बयानबाजी करते रहे. उनके निशाने पर सीएम नीतीश कुमार रहते हैं. सुधाकर सिंह ने मुख्यमंत्री को 'शिखंडी' तक बता दिया. जिसके बाद से जेडीयू उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है.

सुधाकर पर कार्रवाई को लेकर तेजस्वी ने क्या कहा था?: वहीं जेडीयू की मांग पर जब विवाद गहराने लगा तो तेजस्वी यादव को सामने आना पड़ा. उन्होंने कहा कि शीर्ष नेतृत्व यानी राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के संज्ञान में सारी बातें हैं. जल्द ही जरूरी कार्रवाई होगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासन को तोड़ने वालों और बीजेपी को मदद करने वाले लोगों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. आपको बताएं कि सुधाकर सिंह आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं और रामगढ़ से विधायक हैं.

ये भी पढ़ें: सुधाकर सिंह का दिमागी संतुलन गड़बड़ा गया है, उनके बयान को नोटिस नहीं लेते: JDU

Last Updated : Jan 18, 2023, 11:52 AM IST
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