पटनाः राष्ट्रीय जनता दल के 30 से ज्यादा विधायकों समेत कुल 92 लोगों पर पटना पुलिस ने सचिवालय थाने में प्राथमिकी दर्ज की है. गोपालगंज गोलीकांड को लेकर इन सभी पर लॉकडाउन उल्लंघन और सरकारी काम में बाधा पहुंचाने का आरोप है. आरजेडी ने इस पर सरकार पर अपराधियों को बचाने और विपक्ष के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आरोप लगाया है.
अपराध को बढ़ावा
आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि नीतीश सरकार अपराध को बढ़ावा दे रही है और विपक्ष जब इस बात का विरोध करता है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दिया जाता है.
बैरिकेडिंग तोड़ने का प्रयास
बता दें कि शुक्रवार को गोपालगंज गोलीकांड के विरोध में तेजस्वी यादव अपने सभी विधायकों के साथ पटना से गोपालगंज जाने वाले थे, लेकिन प्रशासन ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी और चारों तरफ से बैरिकेडिंग कर दी. जिसके बाद समर्थकों ने पुलिस के साथ न केवल धक्का-मुक्की की, बल्कि बैरिकेडिंग तोड़ने का भी प्रयास किया.
32 विधायकों के खिलाफ मुकदमा
लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की अवहेलना को लेकर मौके पर मौजूद विशेष कार्य दंडाधिकारी नवीन मोहन प्रसाद ने देर शाम एक लिखित शिकायत सचिवालय थाना के एसएचओ के पास दे दी. जिस पर कार्रवाई करते हुए सचिवालय थानाध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, विधायक तेजप्रताप यादव और आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह समेत कुल 32 विधायकों के खिलाफ लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया.