पटना: बिहार लोक सेवा आयोग के पूर्व सदस्य रामकिशोर सिंह भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे हैं. निगरानी की टीम ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर रखा है. वहीं, कोर्ट से भी उनकी जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है. वहीं, रामकिशोर सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने के कारण जांच एजेंसी और सरकार विपक्ष के निशाने पर हैं.
आरजेडी ने किया सवाल
गिरफ्तारी नहीं होने पर विपक्ष ने सरकार और जांच एजेंसियों पर निशाना साधा है. आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि नीतीश कुमार सुशासन का दावा करते हैं तो उन्हें जवाब देना चाहिए. आखिर क्या वजह है कि अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई. प्रदेश में कानून सिर्फ विपक्ष के लिए है क्या?
बीजेपी ने किया बचाव
विपक्ष के सवालों पर बीजेपी ने रामकिशोर सिंह का बचाव किया. पार्टी प्रवक्ता नवल किशोर यादव ने कहा कि उनके ऊपर फिलहाल सिर्फ आरोप लगे हैं. अपराध साबित होने के बाद कोई भ्रष्टाचारी कहलाता है. इसलिए अभी राम किशोर सिंह को भ्रष्टाचारी नहीं कहा जा सकता, विपक्ष के आरोपों में दम नहीं है.
पूरा मामला
गौरतलब है कि बीपीएससी के पूर्व सदस्य रामकिशोर सिंह को भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण आयोग के सदस्य पद से इस्तीफा देना पड़ा था. दरअसल, राम किशोर सिंह का ऑडियो निगरानी टीम के हाथ लगा था. जिसमें वो छात्रों को लाभ पहुंचाने की बात कर रहे थे. ऑडियो टेस्ट में सही साबित होने के बाद निगरानी ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया.
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कोर्ट ने जमानत याचिका की खारिज
जमानत के लिए रामकिशोर सिंह ने पटना हाईकोर्ट में तलब किया. कोर्ट ने भी उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी. लेकिन, अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. इसपर विपक्ष ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं. बता दें कि रामकिशोर सिंह पहले बीजेपी में थे. बाद में उन्होंने जेडीयू का दामन थामा था. उसी दौरान रामकिशोर सिंह बिहार लोक सेवा आयोग के सदस्य बने थे.